फिलीपींस के विदेश मंत्री एनरिक ए मनालो इन दिनों चार दिवसीय भारत की यात्रा पर हैं। उन्होंने बुधवार को कहा कि फिलीपींस भारत के साथ बहुत मजबूत रक्षा साझेदारी विकसित करना चाहता है और उससे सैन्य हार्डवेयर खरीदने की उम्मीद कर रहा है। उन्होंने इंडियन काउंसिल ऑफ वर्ल्ड अफेयर्स (आईसीडब्ल्यूए) में एक संबोधन में कहा कि हो सकता है कि अभी इसके प्रभाव देखने को नहीं मिल रहे हों लेकिन आगे जरूर देखेंगे। मनालो ने कहा कि फिलीपींस के ईईजेड में चीनी उपस्थिति चीन के साथ उनके देश के संबंधों में एक बड़ी चुनौती है।
विदेश मंत्री एनरिक ए मनालो ने फिलीपींस को भारत का प्रमुख भागीदार बताया और कहा कि मनीला समुद्री सुरक्षा, साइबर-आतंकवाद, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और जलवायु प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करना चाहता है। भारत और फिलीपींस के बीच रक्षा और सुरक्षा संबंध बढ़ रहे हैं। पिछले साल जनवरी में फिलीपींस ने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल की तीन बैटरियों की खरीद के लिए भारत के साथ 375 मिलियन अमेरिकी डॉलर का सौदा किया था।
मनालो गुरुवार को एस. जयशंकर के साथ व्यापक वार्ता करेंगे, जिसमें द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलू पर चर्चा होगी। बैठक में दोनों पक्ष राजनीतिक, रक्षा, सुरक्षा, नौवहन सहयोग, कारोबार एवं निवेश, स्वास्थ्य एवं पर्यटन सहित द्विपक्षीय संबंधों के सम्पूर्ण आयामों की समीक्षा करेंगे। फिलिपीन के विदेश मंत्री मनालो 42वें सप्रू हाउस व्याख्यान को संबोधित करेंगे। यह फिलिपींस के विदेश सेवा संस्थान और विश्व मामलों की भारतीय परिषद के बीच समझौता ज्ञापन के तहत संयुक्त परियोजना है।
(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)