अमानुषिकता (लघुकथा)

नीना अन्दोत्रा पठानिया (पंजाब)


“ रमा सोनू को अच्छी तरह से ढक ले ,आगे से चुड़ैल आ रही है , करम जली अपना तो सब कुछ खा गई अब सबके बच्चों पर नज़र रखती है , भरी जवानी में पति खा गई फिर दो साल का बच्चा और खुद अभी तक जी रही है….हुह्ह…मौत भी नहीं आती ऐसी औरतों को ।”
“कहाँ चल दी सुमित्रा बहू और सोनू को लेकर ।”
“कही नहीं अम्मा , बस सोनू का बुखार ठीक नही हो रहा इसलिए पास के बाबा के पास जा रही हूँ ,पता नहीं किस चुडैल की नज़र लगी है जो मेरा सोनू ठीक नही हो रहा ।”
“अरी…….बाबा क्या करेगा ? इसको डॉक्टर के पास ले जा और तुलसी का काढ़ा देना था बनाकर ।”
“अम्मा नज़र ही लगी है , डायनों का काम होता है , अपना तो सारा घर – परिवार खा लेती है फिर दूसरों के घरों पर नज़र गड़ाए रखती हैं ।”
“तेरी मर्जी सुमित्रा पर…”
“ठीक है अम्मा हमें देर हो रही है ,हम जाते है ।”
अभी बजुर्ग अम्मा बोल ही रही थी पर सुमित्रा ने बीच में टोकते हुए कहा । अम्मा जानती थी पीठ के पीछे सभी उसको अलग-अलग नाम से सम्बोधित करते है पर सामने कोई नहीं कहता,क्या सच में मैं डायन हूँ ?,मैंने अपने पति और बच्चे को खाया है ?समय-समय पर सबकी मदद करने वाली अम्मा पूरे गाँव को अपना परिवार समझती थी पर गाँव वाले उसको शक की नज़र से देखते है ,सोचते –सोचते अम्मा की आखें छलछला गई ।
“वही बात हुई न जिसका मुझे डर था ,बाबा ने बताया है पूरे गाँव में एक डायन है ,उसी ने सोनू को नज़र लगाई है ,कलेजा खा जायगी मेरे बच्चे का जे चुडेल ……नहीं – नहीं मैं ऐसा नही होने दूंगी, आज ही पंचायत में शिकायत करुंगी ,इसको गाँव से निकालो “सुमित्रा घर आते हुए रास्ते में चिल्लाते हुए आ रही थी ,पूरा गाँव उसकी बातें सुन रहा था और उसकी हाँ में हाँ भी मिला रहा था ।
पंचायत में शिकायत हुई ,सभी ने निर्णय लिया अम्मा गाँव से बाहर चली जाये ।
“पंच तो परमेश्वर होवे है बच्चा और परमेश्वर हमेशा न्याय करता है , फिर मुझे गाँव से निकाल कर कौन सा न्याय कर रहे हो”।
“अम्मा तू काला जादू जानती है इसलिए तेरा यहाँ रहना ठीक नही ,हर रोज़ कोई न कोई तेरे कारण परेशान रहता है इसलिए तुझे जाना ही होगा नहीं तो हम धक्के मार कर निकलेगें ।”
सुनते ही ८० वर्षीय अम्मा गिर पड़ी ,पथराई आँखों से सब को अपने इर्द-गिर्द इकठ्ठे होते देख रही है ,मानों कह रही हो मैं इस दुनिया में रह कर करुगी भी क्या , जिसमें इन्सान सिर्फ हाड़ – मांस का पुतला बन कर रह गया है ।