हरदोई– कछौना क्षेत्र के गरीब सेवा फाउंडेशन के पदाधिकारी गांव गांव जाकर आम जनमानस में शराब पीने से होने वाली हानियों के बारे में जागरूकता कर लोगों में नशा छोड़ने की मुहिम चलाकर जन जागरूकता अभियान चला रहे हैं।
गरीब सेवा फाउंडेशन ने कोतवाली क्षेत्र कछौना की ग्राम सभा टिकारी के ग्राम प्रतापपुर में नशा मुक्ति अभियान के तहत जन जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया। इस गांव में वर्षों पूर्व घर-घर शराब बनती थी। लोगों का रोजगार का साधन कुटीर उद्योग के रूप में कच्ची शराब का व्यवसाय था। फाउंडेशन की पहल से ग्रामीणों ने कच्ची शराब व्यवसाय से अपने आप को दूर कर दिया। पूर्व में जहां घर-घर कच्ची शराब बनती थी वही वर्तमान समय में एक घर में शराब बनती है। कच्ची शराब बनने व बिक्री के कारण गांव की अधिकांश आबादी बुजुर्ग, युवा, बच्चे, नशे के आदी थे।
जिसके कारण बच्चों में शिक्षा का अभाव था और आए दिन लड़ाई-झगड़े की घटनाएं होती रहती थीं। महिलाएं, बच्चे और किशोरियां कुपोषण से ग्रस्त थीं। कच्ची शराब बनाने के कारण आए दिन पुलिस-आबकारी टीम दबिश डालने के कारण लोगों पर दर्जनों मुकदमे दर्ज हो गए। लोगों का जीवन नारकीय हो गया तथा लोगों की आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी। जिससे उनका जीवन स्तर खराब हो गया इन लोगों में अवसाद व बीमारी का इजाफ़ा होने से आत्महत्या, असमय मृत्यु होने की घटनाएं बढ़ गईं।
गांव की एक महिला रामकली ने लोगों का दर्द समझा और ग्रामीणों को नशे से होने वाली हानियों के बारे में जागरूक किया। गरीब सेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष नृपेंद्र वर्मा व डॉ काजल को गांव की व्यथा के बारे में अवगत कराया। फाउंडेशन की टीम ने गांव में पहुंचकर लोगों में नशा छुड़वाने के लिए तैयार किया। गांव के लोगों ने नशा छोड़ने का संकल्प लिया। रामकली की इस मुहिम में फाउंडेशन के साथ ग्रामसभा के कन्हैया लाल और चंद्रपाल वर्मा ने काफी सहयोग किया। फाउंडेशन ने भी संकल्प लिया कि मुझे समाज को नशा मुक्त बनाना है। इस अवसर पर डॉक्टर नृपेंद्र वर्मा, डॉ काजल वर्मा, पत्रकार राम शंकर आजाद, मनीष यादव, पी. डी. गुप्ता सहित वॉलिंटियर्स मौजूद रहे।