जनपद भ्रमण पर आये मा0आयुक्त समाज कल्याण/नोडल अधिकारी चन्द्रप्रकाश की अध्यक्षता में विकास खण्ड अहिरोरी के प्रांगण में विकास खण्ड के समस्त ग्राम प्रधानों के साथ खुली बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक को संबोधित करते हुये आयुक्त ने ग्राम प्रधानों से कहा कि देश की बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुये एवं गरीबी से बचने के लिये सीमित परिवार रखना होगा ताकि सभी लोग अपने बच्चों का अच्छा पालन पोषण एवं शिक्षा दे सकें। उन्होने बैठक में उपस्थित समस्त ग्राम प्रधानों से कहा कि वह अपने गांव के किसानों के खेत की मिटटी का परीक्षण अवश्य करायें तथा मृदा परीक्षण कार्ड में दी गई जानकारी के अनुसार ही खेतो में उर्वरक का प्रयोग करें तथा किसान अपने खेतों में देशी/हरी खादों का प्रयोग अधिक से अधिक करें।
प्रधान स्वच्छ भारत मिशन को साकार करने के लिये तथा बहू, बेटियो, माताओं एवं बहनों के सम्मान एवं आदर को ध्यान में रखते हुये गांव के घर-घर में शौंचालय अवश्य बनवायें तथा शौंचालय प्रयोग के लिये ग्रामीणों को प्रेरित भी करें ताकि सरकार की मंशा अनुसार जनपद को निर्धारित समय में खुले में शौंच मुक्त (ओ0डी0एफ0) किया जा सके। उन्होने कहा कि प्रधान स्वास्थ्य, शिक्षा, विकास एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान देकर अपने क्षेत्र के स्कूल, चिकित्सालय, आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण भी करें और जहां किसी प्रकार की कमी पायें उसकी लिखित सूचना अपने जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी को प्रेषित करें।
आयुक्त ने कहा कि दुनिया को सूखा एवं अकाल से बचाने के लिये सभी क्षेत्रों में अधिक से अधिक वृक्षारोपण की आवश्यकता है। उन्होने प्रधानों से कहा कि ग्राम पंचायत की खाली जमीनों, तालाबों व सड़क के किनारे स्कूल, कालेजों, सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 में पीपल, पाकड़, नीम के बड़े वृक्षों का रोपण करायें ताकि गांव का वातावरण अच्छा रहने के साथ वाटर लेबिल भी सही स्थिति में आ जाये।
आयुक्त ने कहा कि प्रधान गंाव के मुखिया होते हैं प्रधानों को अपने क्षेत्र के सभी गरीबों/पात्रों की जानकारी होती है इसलिये सभी प्रधान गांव के सभी पात्रों को आवास, शौंचालय, पेंशन, ऋण आदि समस्त योजनाओं का लाभ दिलायें और जिन अपात्रों को शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है उन्हे उन योजनाओं से अलग किया जाये।