बाढ़ में डूब गयी फसल तो किसान ने फांसी लगाकर कर ली आत्महत्त्या

लेखपाल ने मौके पर पहुंच कर की लिखापढ़ी, बैंक के कर्ज के साथ कुछ अन्य लोगों का भी था कर्ज

              हरदोई- गंगा नदी के पानी से आई बाढ से फसल डूब कर बर्बाद हो जाने से और बैंक के साथ अन्य महाजनी कर्ज कैसे जमा होगा इस बात से परेशान होकर एक वृद्ध किसान ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। जानकारी होने पर परिजनो मे कोहराम मच गया। सूचना पर पहुची पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल भेज दिया है।

             मल्लावाँ कोतवाली क्षेत्र के गांव शाहपुर पवार का मजरा बीच पुरवा निवासी रामपाल (65)  किसानी करता था और गंगा के किनारे कटरी मे उसकी खेती थी । बाढ़ आने से पूर्व उसने अपनी फसलो को बुवाई की थी।और गंगा मे बाढ का पानी आने से फसल बर्बाद हो जिसके चलते वह परेशान रहा करता था। रविवार की दोपहर दो बजे गांव के निकट जंगल मे नीम के पेड मे गमछे से लटक कर आत्म हत्या कर ली। जैसे ही घटना की जानकारी परिजनो को हुई तो कोहराम मच गया । सूचना पर पहुची पुलिस ने राजस्व विभाग को सूचना कर शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल भेज दिया है। वही मृतक के चचेरे भाई अशोक ने बताया कि बाढ मे फसल डूब जाने के कारण परेशान रहते थे। बताया कि उनके ऊपर बैंकों के कर्ज के साथ महाजनी कर्ज भी था जिससे वह परेशान हो गए कि आखिर कर्ज कहाँ से अदा करेंगे इसी बात से परेशान होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। बताया कि क्षेत्रीय लेखपाल ने लिखा पढ़ी कर ली है।