उच्चतम न्यायालय तीन तलाक, हलाला और एक से ज्यादा विवाह किए जाने वाली मुस्लिम परम्परा की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली कई याचिकाओं पर आज से सुनवाई करेगा। प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति जे एस खेहर की अध्यक्षता में पांच न्यायाधीशों की संवैधानिक पीठ सात याचिकाओं पर सुनवाई करेगी।
उच्चतम न्यायालय द्वारा गर्मी की छुट्टियों में इस मामले की आज से सुनवाई किया जाना बहुत ही महत्वपूर्ण है। न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया था कि क्या तलाक की स्थिति में या पति द्वारा दूसरी शादी किए जाने पर मुस्लिम महिलाओं को भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। यह पीठ इस पर भी विचार करेगी कि अगर मुस्लिम समुदाय के व्यक्तिगत कानून नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लघंन करते हों तो न्यायालय इसमें किस सीमा तक हस्तक्षेप कर सकता है। संवैधानिक पीठ की एक विशेषता यह भी है कि इसमें शामिल पांचों न्यायाधीश अलग-अलग समुदायों सिक्ख, ईसाई, पारसी, हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के हैं।