देश के नेताओ (‘नेताओं, नेताओं! अशुद्ध हैं।)! सुनो

July 8, 2022 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय देश मे दो क़ानून :–एक तुम्हारा और दूजा हमारा। तुम चाहें जितनी और जितनी बार पेंशन लो और हमारी पेंशन बन्द; तुम चाहें जितनी भी सुविधाएँ लो, हमारी सुविधाओं पर […]