सहकल-बहकल-दहकल बबुनी

January 23, 2024 0

बाबू! इहे ह असलिका भोजपुरी– भोजपुरी-विशेषण आ क्रिया के बिस्तार से समझे के बा। ● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

इहे काहाला ‘ठेठ’ भोजपुरी बोलिया

June 26, 2022 0

बरखारानी के नावे आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय के एगो चिट्ठी आ ए हामार सोना के पुतरिया बरखारानी!जीयत रह आ जागतो रह! आ हेने के हाल-चाल ठीके बा। आपन सुनाव। ए घरी केने बाड़ू? आ जान […]

एगो भोजपुरी होइ जाइ

July 5, 2020 0

— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय बउराइ गइल मनवाँ,अझुराइ गइल मनवाँ।कबो घाम कबो छाहीं,खउराइ गइल मनवाँ।झमझमाझम बूनी,सझुराइ गइल मनवाँ।सोझा तहरा होखते,भहराइ गइल मनवाँ।चिंहुकला से ओकरा,अगराइ गइल मनवाँ। (सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ४ जुलाई […]