बैसवारा की कतकी (कार्तिक पूर्णिमा)

November 8, 2022 0

करवा हैं करवाली,उनके बरहें दिन दिवाली।उसके तेरहें दिन जेठुआन ,औरफिर चुटिया-पुटिया बांध के चलो गंगा नहाय। मतलब की दीपावली की धूम और फिर जेठुआन के गन्ने की मिठास खत्म होते कतकी (गंगा स्नान) की तैयारी […]

जो लाता है गंगा की परबी की बेला, ककोड़ा का मेला, ककोड़ा का मेला

November 4, 2019 0

यूं तो ककोड़ा मेला 5 नवंबर को झंडी पहुंचने के बाद आरंभ हो जाता है । लेकिन “ककोड़ा मेला” आते ही शहर के हास्य व्यंग्य के विख्यात कवि शमशेर बहादुर “आँचल जी” याद आ जाते […]