तीन रोग जो मनुष्य को आजीवन त्रस्त किये रहते हैं।
मनुष्य के तीन मुख्य विक्षेप होते हैं- भय, दैन्य, दुःख। यही तीन रोग हैं जो मनुष्य को आजीवन त्रस्त किये रहते हैं और तीन प्रकार की शंकाएं भी उत्पन्न करते रहते हैं। इन तीनों ग्रंथियों […]
मनुष्य के तीन मुख्य विक्षेप होते हैं- भय, दैन्य, दुःख। यही तीन रोग हैं जो मनुष्य को आजीवन त्रस्त किये रहते हैं और तीन प्रकार की शंकाएं भी उत्पन्न करते रहते हैं। इन तीनों ग्रंथियों […]