आइए! ‘भाषिक क्रान्ति’ की दिशा में हम-आप एक पग बढ़ायें।
डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आप यदि किसी के भी सम्प्रेषण में अंकित अशुद्धि/अशुद्धियों के प्रति विश्वस्त हैं तो उसे सुस्पष्ट सचेत कीजिए। उस व्यक्ति को बुरा लगेगा; दोनों के सम्बन्धों में कटुता आयेगी; सम्बन्ध विच्छेद हो […]