देश के ग़द्दार और संवेदनहीन नेताओं के ख़िलाफ़ सहन करने की अब कोई गुंजाइश न हो

June 23, 2020 0

— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हममें लाख मतभेद रहे, फिर भी,मनभेद की अब कोई गुंजाइश न हो।आवाज़ अब संग-संग उठे अपनी,फ़र्क़ की अब कोई गुंजाइश न हो।माना कि पेचोख़म हैं बहुत यहाँ,भ्रम की अब कोई […]