नदी अब बहुत गुमान में है
शिवांकित तिवारी “शिवा”, युवा कवि एवं लेखक– नदी अब बहुत गुमान में है, क्योकि वो आजकल उफ़ान में है । ग़रीब तो आज भी फुटपाथ पर सोते है, अमीरजादे तो अंदर अपने मकान में है । ज़मीं से तो उनका रिश्ता […]
शिवांकित तिवारी “शिवा”, युवा कवि एवं लेखक– नदी अब बहुत गुमान में है, क्योकि वो आजकल उफ़ान में है । ग़रीब तो आज भी फुटपाथ पर सोते है, अमीरजादे तो अंदर अपने मकान में है । ज़मीं से तो उनका रिश्ता […]