मै पत्रकार नही हूँ !
प्रभात सिंह (मान्यता प्राप्त पत्रकार, लखनऊ ) मैं ये स्वीकार करता हूँ कि मैं पत्रकार नही हूँ। मैं अपना दो- पहिया वाहन चलाते वक्त हेलमेट पहनता हूँ, गाड़ी के कागज़ पूरे रखता हूँ, मैं किसी […]
प्रभात सिंह (मान्यता प्राप्त पत्रकार, लखनऊ ) मैं ये स्वीकार करता हूँ कि मैं पत्रकार नही हूँ। मैं अपना दो- पहिया वाहन चलाते वक्त हेलमेट पहनता हूँ, गाड़ी के कागज़ पूरे रखता हूँ, मैं किसी […]
सारस्वत मंच ‘सर्जनपीठ’ के तत्त्वावधान मे हिन्दीपत्रकारिता-दिवस की पूर्व-सन्ध्या मे ‘इलाहाबाद की हिन्दी-पत्रकारिता : कल-आज और कल’ विषयक बौद्धिक परिसंवाद का आयोजन २९ मई को अपराह्न पाँच बजे से ‘सारस्वत सभागार’, लूकरगंज, प्रयागराज (अग्रसेन इण्टर […]
अखबार बेंचो, खबर लिखो और विज्ञापन तलाशो ! इस तरह ग्रामीण पत्रकारों की जीवन शैली कब तक चलती रहेगी ? वैसे तो यह आम बात है लेकिन आखिर कब तक यह रूटीन वर्क चलता रहेगा […]
विजय कुमार– कई साल पहले एक फिल्म आई थी ‘पेज थ्री’! पत्रकारिता जगत की रंगीनियों, भ्रष्ट नेताओं से हाई लेवल के पत्रकारों की सांठ-गांठ और पत्रकारिता के क्षेत्र मे शीर्ष स्तर पर फैले भ्रष्टाचार को […]