परिणाम व्यस्तता  के अच्छे हैं

May 18, 2022 0

बृजेश पाण्डेय बृजकिशोर ‘विभात’ आज की आपाधापी में  व्यक्ति,  व्यक्ति  से छूट गया। निज कर्मों में तल्लीन हो अधिक व्यस्त लयलीन भया। समय नहीं दे सकता है, दो-चार प्रेम के शब्दों का। आधुनिकता के घनचक्कर में जीवन कुण्ठाग्रस्त […]