‘भक्त’ अपने ‘भगवान्’ की बात क्यों नहीं मानते?

July 20, 2022 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय कैसी विडम्बना है कि पहली ओर, हमारे धर्माचार्य अपने वचनामृत के अन्तर्गत ‘धर्म’ की परिभाषा करते हैं, “धारयते इति धर्म:।” अर्थात् जो धारण किया जाता है, वह ‘धर्म’ है। मनुष्य […]

मोदीभक्तगण! उत्तर दीजिए

October 26, 2021 0

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय एक बार पीछे मुड़कर अपने साये से सवाल कीजिए, हमारी राष्ट्र की सुरक्षा का स्तर कितना गिर चुका है? विदेश और रक्षानीति कितनी समझौतावादी हो चुकी है? चीन, भूटान, नेपाल […]

सुदामा चरित्र कथा से भक्त हुए भाव विभोर

September 6, 2018 0

       हरदोई- श्री राधा कृष्ण धर्माथ सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजित 12 वी श्रीमद्भागवत कथा में कथा व्यास ओम जी महाराज ने भगवान कृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया जिसको सुनकर श्रोता […]