जो भूखा न रहा उसे भूख का अहसास कहाँ
जगन्नाथ शुक्ल, इलाहाबाद- भूख तन में लगी हो या मन में लगी, बिन मिटाये ये ख़ुद से मिटेगी नहीं! जिसने ग़ुरबत के दिन हैं बिताये नहीं, क्षुधा ग़ैर की उसको दिखेगी नहीं! जिसका तन है […]
जगन्नाथ शुक्ल, इलाहाबाद- भूख तन में लगी हो या मन में लगी, बिन मिटाये ये ख़ुद से मिटेगी नहीं! जिसने ग़ुरबत के दिन हैं बिताये नहीं, क्षुधा ग़ैर की उसको दिखेगी नहीं! जिसका तन है […]