‘हिन्दीरेडियो-नाट्यशिल्प’ कृति का लोकार्पण एवं रंगकर्मियों को ‘रंगमंच-शिखर सम्मान’
रंगकर्मी अभिलाष नारायण ने बताया– रेडियो-नाटक मे यदि सात्त्विक अभिनय नहीं होता तो वह बेमानी कही जायेगी। रेडियो-नाटकों में हम शब्दों से चित्र लगाते हैं।दुर्गेश दुबे ने कहा– उर्वशी उपाध्याय ने अपने पिता के साहित्य […]