बीती रजनी, रीती सजनी
बीती रजनी, रीती सजनी,अब क्या सोचे, अब क्या भाये ?अविचल-अवनी, सस्चल घटनी,मन की चीती, कब हो पाये ?? आनन्दयुक्त, संवेद मुक्त,निःशब्द सुधा, पर नहीं व्यक्त ।लवलेश संलयन की क्षणदा,मनजा विलीन कब हो पाये? शतपथ में […]
बीती रजनी, रीती सजनी,अब क्या सोचे, अब क्या भाये ?अविचल-अवनी, सस्चल घटनी,मन की चीती, कब हो पाये ?? आनन्दयुक्त, संवेद मुक्त,निःशब्द सुधा, पर नहीं व्यक्त ।लवलेश संलयन की क्षणदा,मनजा विलीन कब हो पाये? शतपथ में […]