त्रेतायुग हो या कलियुग, लंका से हमे हमेशा सीख मिली है!
त्रेतायुग में यह सीख मिली कि:- अहंकार , महाबली और काल को पैरों तले रखने वाले रावण का भी नहीं टिक पाता है। प्रकांड विद्वान और शिव स्त्रोत का रचयिता भी अपने दुष्कर्मों से राक्षस […]
त्रेतायुग में यह सीख मिली कि:- अहंकार , महाबली और काल को पैरों तले रखने वाले रावण का भी नहीं टिक पाता है। प्रकांड विद्वान और शिव स्त्रोत का रचयिता भी अपने दुष्कर्मों से राक्षस […]