बड़बड़िया’ मास्टर अमरनाथ गुप्ता को ‘शब्दभेद’ और ‘मात्राज्ञान’ की बिलकुल समझ नहीँ

February 9, 2025 0

अँगरेज़ी मे दो शब्द हैँ :– ‘डिस्गाइज़्ड’ और ‘एक्सटोलिंग वॉइस’। इनको कुछ छद्म यूट्यूबरोँ ने पहन-ओढ़कर बहुरूपिया एवं गिरगिटिया बना लिया है। उन्हीँ मे से प्रमुख है, ख़ुद को ‘सर’ कहनेवाला ‘अमरनाथ सर’ उर्फ़ ‘अमरनाथ […]

विरामचिह्नो की उपयोगिता और महत्ता

December 5, 2024 0

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• इसी परिप्रेक्ष्य मे नीचे दिये गये कुछ उदाहरणो को देखा-समझा और अनुभव किया जा सकता है :–★ पूर्ण, अल्प तथा सम्बोधन विरामचिह्नो के प्रयोग१– उसे रोको मत जाने दो।२– […]

बालसाहित्य पर संकट नहीं है, अध्ययन पर संकट है– डॉ० सुरेन्द्रकुमार पाण्डेय

November 14, 2022 0

‘सर्जनपीठ’ की ओर से सारस्वत सभागार, लूकरगंज, प्रयागराज मे ‘बालरसरंग : बड़ों के संग’ के अन्तर्गत ‘बालसाहित्य का होता ह्रास’ विषय पर १३ नवम्बर को एक परिसंवाद का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पूर्व-ज़िलाधिकारी और […]

मातृभाषा में शिक्षण करना हस्तामलक नहीं– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

June 23, 2021 0

नेहरू ग्रामभारती मानित विश्वविद्यालय और केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय का संयुक्त राष्ट्रीय आयोजन ★ प्रस्तोता– राघवेन्द्र कुमार राघव (सम्पादक आईवी24, अवध रहस्य साप्ताहिक) “पैदा होने के बाद शिशु जो कुछ भी उच्चारित करता है, वह उसकी […]