हिन्दीभाषा/हिन्दी-भाषा-व्याकरण सीखने के प्रति ललक हो तो ऐसी!

August 17, 2024 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हिन्दी-भाषा-व्याकरण एवं संरचना-खण्ड की समझ विकसित करने के प्रति तत्पर देश का एक ऐसा शिक्षण-संस्थान है, जिसने मेरी सहमति प्राप्त करने के अनन्तर शीघ्र ही ‘एलायंस एअर’ के गमनागमन (‘आवागगमन’) […]

भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय १० जनवरी को १० हज़ार विद्यार्थियों को भाषाशुचिता का ज्ञान करायेंगे

January 8, 2024 0

‘हिन्दी-संसार’ एक ऐसा शैक्षणिक-दैक्षणिक संस्थान है, जहाँ से विद्यार्थी यथोचित अनुशासन और संस्कार ग्रहण करने के अनन्तर समाज को समुचित दिशाभान कराने की भूमिका मे लक्षित होते हैं। जो विद्यार्थी मेधावी और प्रतिभावान् होते हैं, […]

जी०जी०आई०सी०, गोमतीनगर का संकल्प ”तमसो मा ज्योतिर्गमय” का भव्य आयोजन

November 25, 2023 0

•••••••••••••••••••••••••••••••••• हमारे विद्यालय का अतीत स्वर्णिम रहा है और वर्तमान भी– डॉ० शशिकला राय •••••••••••••••••••••••••••••••••• उल्लासपूर्वक स्थापना-दिवस मनाया गया; विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम, मेला एवं प्रदर्शनी आयोजित; पूर्व-छात्राओं की प्रभावपूर्ण भागीदारी लखनऊ। गत शनिवार को राजकीय […]

आकाशवाणी की हिन्दीभाषा-विषयक कार्यशाला ४ जुलाई को

July 3, 2023 0

आकाशवाणी, प्रयागराज की ओर से एक हिन्दीभाषा- कार्यशाला का आयोजन ४ जुलाई को अपराह्ण ३ बजे से आकाशवाणी-सभागार मे किया जायेगा। इस कार्यशाला मे भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘कार्यालयीय हिन्दीभाषा-प्रयोग एवं दोष-निवारण’ विषय पर […]

अध्यापकवर्ग शुद्ध हिन्दी लिखने के प्रति स्वभाव बनाये

May 16, 2023 0

‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज की ओर से आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी के जन्म-दिनांक १५ मई के अवसर पर एक आन्तर्जालिक राष्ट्रीय परिसंवाद का आयोजन किया गया था, जिसमे देश के प्रतिष्ठित अध्यापिका और अध्यापकों की प्रभावकारी भूमिका […]

विद्यार्थियों की गुरु के प्रति श्रद्धा और सीखने की ललक देखते ही बनती थी!

May 8, 2023 0

एक समय था, जब इलाहाबाद का क्षेत्र ‘गोविन्दपुर’ इतना बीहड़ होता था कि लोग-बाग़ वहाँ जाने से डरते थे; परन्तु हमे नहीं भूलना चाहिए कि ‘सभ्यता का विकास’ ऐसे ही बीहड़ और दुर्गम परिवेश मे […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

April 25, 2023 0

■ प्रतिक्रिया करके हमने ‘होने’ का परिचय अवश्य दें; क्योंकि ‘शब्दसर्जन’ और ‘शब्दसंधान’ श्रमसाध्य और ‘कष्टसाध्य’ कर्म है। अभिक्रिया के अभाव मे भविष्य मे इस पाठशाला से आप सभी वंचित रहेंगे। ★ हमारी पाठशाला की […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 27, 2023 0

● व्याकरण के स्तर पर अधोलिखित वाक्यों में किस-किस प्रकार की अशुद्धियाँ हैं? उन अशुद्धियों को दूर करते हुए, अधोलिखित वाक्यों को शुद्ध करें―१- शान्तनु ने स्पृहा से कहा, शान्तनु अब स्पृहा से वार्ता नहीं […]

“भारतीय भाषाओं को हिन्दीभाषा के साथ मिलकर चलना होगा”― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ

March 15, 2023 0

सात बहनो के नाम से जाना जानेवाला और अपनी नैसर्गिक समृद्धि के लिए प्रसिद्ध पूर्वोत्तर-राज्यों के एक महत्त्वपूर्ण राज्य ‘असम’-स्थिति विश्वनाथ चारिआलि मे उत्तरप्रदेश हिन्दी-संस्थान एवं विश्वनाथ चारिआलि राष्ट्रभाषा प्रबोध विद्यालय परिचालना समिति के संयुक्त […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की व्याख्यान और कर्मशाला १२-१३-१४ मार्च को असम मे

March 7, 2023 0

भाषाविज्ञानी एवं समीक्षक प्रयागराज के आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय को ‘विश्वनाथ चारिआलि राष्ट्रभाषा प्रबोध विद्यालय, परिचालना समिति’, विश्वनाथ, असम की ओर से आयोजित द्विदिवसीय (१२-१३ मार्च) राष्ट्रीय संगोष्ठी मे सारस्वत अतिथि के रूप मे निमन्त्रित […]

हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने महाराष्ट्र मे हिन्दीगौरव-ध्वजा लहरायी

February 28, 2023 0

‘हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग’, प्रयागराज और ‘राष्ट्रभाषा प्रचार समिति’, वर्धा के संयुक्त तत्त्वावधान मे द्विदिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन गत दिवस बापू-कुटी, शान्तिभवन, वर्धा, नागपुर (महाराष्ट्र) के सभागार मे आयोजित किया गया। उद्घाघाटन-भाषक के रूप […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का वर्धा मे व्याख्यान २६ फ़रवरी को

February 25, 2023 0

भाषाविज्ञानी एवं समीक्षक प्रयागराज के आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय को हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग की ओर से आयोजित वर्धा (महाराष्ट्र) के द्विदिवसीय (२५-२६ फ़रवरी) ७४वें राष्ट्रीय अधिवेशन मे विशिष्ट वक्ता के रूप मे आमन्त्रित किया […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

February 22, 2023 0

यहाँ एक शब्द है, खेल। इसी शब्द से दो शब्द का सर्जन (‘सृजन’ अशुद्ध शब्द है।) होता है :―१– खिलाड़ी२– खेलाड़ी। इनमे से कौन-सा शब्द उपयुक्त है और क्यों? कहीं ऐसा तो नहीं, दोनो शब्द […]

पूरी दुनिया मे हिन्दी-विद्वज्जन को मिल रहा सम्मान

February 15, 2023 0

विदेश मंत्री एसo जयशंकर ने बुधवार को नांदी, फिजी में 12 वें विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में फिजी के राष्ट्रपति रातू विलिमे मैवालीली कातोनिवेरे भी मौजूद रहे। जहाँ विदेश मंत्री का […]

कर्मशाला के माध्यम से विद्यार्थी और अध्यापक-वर्ग को शुद्ध हिन्दी-लेखन का बोध करना अपरिहार्य है– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

February 10, 2023 0

“हमे आज संदूषित किये जा रहे शब्दों को पकड़कर सारस्वत सुधारगृह मे रखना होगा, ताकि उनका समुचित परिष्कार हो सके और उनका सात्त्विक शब्दनिधि मे प्रवेश हो सके। वास्तविकता यह है कि हमारा अर्द्धशिक्षित-शिक्षित-सुशिक्षित समाज […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय का ‘शब्दरथ’ प्रयागराज से लखनऊ प्रस्थान करने के लिए तत्पर/सन्नद्ध

February 7, 2023 0

‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला और कर्मशाला’ विगत वर्षों मे देश के अनेक राज्यों मे प्रसार करती गयी है, जिसका एकमात्र उद्देश्य रहा है, सार्थक शब्दपथ से च्युत (पृथक्, अलग) व्यक्ति को सम्यक् शब्द-धारण […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की कर्मशाला का आयोजन लखनऊ मे ९ फ़रवरी को

February 7, 2023 0

प्रयागराज से पधारे भाषाविज्ञानी एवं समीक्षक तथा आयोजन मे मुख्य अतिथि आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की कर्मशाला का आयोजन ९ फ़रवरी को ‘दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान’, बख़्शी का तालाब, लखनऊ के सभागार मे […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 25, 2023 0

♀ हमे ‘इस पाठशाला’ से पूर्व ऐसा कोई भी स्रोत प्राप्त नहीं हुआ था, जिसमे किसी भी प्रकार के अशुद्ध-शुद्ध वाक्य को इतने विस्तार के साथ समझाते हुए, लेखन हुआ हो और समय-समय पर हमारा […]

‘परीक्षा पे/पर चर्चा’ वाक्यांश-प्रयोग का औचित्य?

January 21, 2023 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय इन दिनो एक वाक्यांश शिक्षाजगत् की शब्द-सम्पदा को खाने के लिए ‘जंगली कुत्ते’ की तरह से छोड़ दिया गया है। आश्चर्य है, उस कुत्ते को लठियाने की हिम्मत मरती हुई […]

शब्दों और अंकों का शुद्ध उच्चारण और लेखन करना सीखें

January 18, 2023 0

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला ♀ प्रथम― प्रत्युत्पन्नमति ♀ द्वितीय― शुश्रूषा ♀ तृतीय― ५९ ♀ चतुर्थ― पोषकतत्त्व ♀ पंचम― ९५ ♀ षष्ठ― वीणापाणि ◆ प्रत्युत्पन्नमति :― प्रथम शब्द है― प्रत्युत्पन्नमति।प्रति+उत्पन्न+मति― इसका शाब्दिक अर्थ है, […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 15, 2023 0

◆ यहाँ प्रस्तुत है, एक वाक्य का सम्यक् और अनन्य विश्लेषण। ★ वाक्य है :― पुरुषार्थ से बढ़कर ‘कुछ’ भी नहीं।•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• सब कुछ विस्मृत के गर्भ मे विलीन हो जाता है, जबकि पुरुषार्थ ‘अजर-अमर’-रूप/अजर-अमर के […]

अशुद्धता के साथ हिन्दी का विस्तार औचित्यहीन है― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

January 10, 2023 0

‘जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान’ (डाइट) की ओर से १० जनवरी को ‘विश्वहिन्दी-दिवस’ के अवसर पर संस्थान के सभागार मे व्याख्यान और कर्मशाला का आयोजन किया गया। आयोजन मे मुख्य अतिथि भाषाविज्ञानी एवं समीक्षक आचार्य […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 6, 2023 0

◆ वे शब्द, जिनका विश्व-समाज अशुद्ध और अनुपयुक्त व्यवहार करता आ रहा है।■ शब्दप्रयोग― आभार; शुक्रिय:/शुक्रिया, धन्यवाद, साधुवाद तथा थैंक यू। आइए! ‘आभार’ शब्द को समझते हैं। ‘आभारी’ का समानार्थी शब्द ‘कृतज्ञता’ है। पढ़े-लिखे लोग […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 2, 2023 0

एक वाक्य के आधार पर व्याकरणीय सम्बोध/संज्ञान करें। वाक्य है :–★ हमारे जीवन मे एक ‘तिनके’ की उपयोगिता है और महत्ता भी। ◆ यह वाक्य ‘अनिश्चित वर्त्तमान/वर्तमानकाल/वर्त्तमान/वर्तमान-काल/ वर्तमान का काल/समय (‘वर्त्तमान/वर्तमान काल’ अशुद्ध है।) का […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 29, 2022 0

■ यदि आपको इसमे से किसी भी प्रकार की अशुद्धि दिखे तो हमारा समुचित मार्गदर्शन करें, स्वागत है।◆ यहाँ वे शब्द हैं, जिनका विश्व-समाज जाने-अनजाने (‘अंजाने’ और ‘अन्जाने’ अशुद्ध हैं।) अशुद्ध और अनुपयुक्त व्यवहार करता […]

‘शब्द-शब्द संधान’ का आयोजन २१ दिसम्बर को

December 18, 2022 0

‘सर्जनपीठ’ के तत्त्वावधान मे हिन्दी-साहित्य के युगप्रवर्तक (द्विवेदी-युग) आचार्य महावीरप्रसाद द्विवेदी की पुण्यतिथि के अवसर पर ‘शब्द-शब्द संधान’ के अन्तर्गत ‘मौखिक और लिखित भाषाओं मे विराम और विरामेतर-चिह्नो की उपयोगिता’ विषय पर एक व्याकरणिक परिसंवाद […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 17, 2022 0

भाषासंस्कार/भाषा-संस्कार/भाषा का संस्कार (‘भाषा संस्कार’ अशुद्ध है।) विकसित करें प्रतिभाशाली/प्रतिभावान्/प्रतिसम्पन्न/प्रतिभायुक्त विद्यार्थी वही होता है, जो शब्दानुशासन को सम्यक् रूपेण (भलीभाँति) धारण करता हो। जिसके पास विद्या होती है, वही विद्यार्थी कहलाने का अधिकारी होता है; […]

फिजी के नाडी में होगा 12वां विश्व हिंदी सम्मेलन, जल्द होगा रजिस्ट्रेशन

December 7, 2022 0

12वां विश्व हिंदी सम्मेलन फिजी सरकार के सहयोग से फिजी के नाडी में 15-17 फरवरी 2023 तक विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का मुख्य विषय “हिंदी: पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुद्धिमत्ता […]

शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर, शहडोल मे राष्ट्रीय कार्यशाला का प्रथम दिवस

December 7, 2022 0

शिक्षाजगत् मे भाषा-व्याकरण के प्रति उदासीनता समाप्त हो– आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता परियोजना प्रकोष्ठ के तत्त्वावधान मे ७ दिसम्बर, २०२२ ई० को शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर के हिन्दी एवं समाजशास्त्र-विभाग की ओर […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय-द्वारा मध्यप्रदेश मे व्याख्यान और प्रशिक्षण ७-८ दिसम्बर को

December 4, 2022 0

‘मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना एवं आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ’ के तत्त्वावधान मे शासकीय महाविद्यालय, जयसिंह नगर, शहडोल (म० प्र०) मे भाषाविज्ञानी और समीक्षक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय (प्रयागराज) की अध्यक्षता मे द्विदिवसीय राष्ट्रीय […]

‘सृजन’ शब्द शुद्ध है अथवा ‘सर्जन’ शब्द?

December 3, 2022 0

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला ‘सृजन’ शब्द शैक्षिक और साहित्यिक वातावरण मे ऐसे घुल-मिल गया है, जैसे ‘दूध मे पानी’। उस दूध मे कितना पानी (पानी का भिन्नार्थक :– जल; चमक; प्रतिष्ठा) है, इसे […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 2, 2022 0

निर्देश– अधोटंकित प्रश्नो मे ‘पाँच शब्द’ अंकित हैं और प्रत्येक के नीचे उनके विकल्प भी। आप प्रश्न-प्रकृति को समझते हुए, टंकित किये गये उत्तर-विकल्प मे से शब्दों के शुद्ध और उपयुक्त अर्थ का चयन करें–◆ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 1, 2022 0

व्याकरण-बन्धन का समादर करना सीखें– दो•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••[२५ नवम्बर, २०२२ ई० से आगे की पाठशाला-सामग्री का अध्ययन-अनुशीलन करें।] हिन्दी-भाषा निश्चित रूप से क्लिष्ट है; परन्तु उनके लिए जो देवनागरी लिपि और हिन्दी-भाषा को पढ़ने-समझने से कतराते आ […]

सीखिए और सिखाइए; जीवन व्यर्थ न गँवाइए

November 25, 2022 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आत्मीय मित्रवृन्द!आपमे से बहुसंख्य आभासी मित्र ऐसे हैं, जो भयवश मेरे सम्प्रेषण पर कोई भी टिप्पणी नहीं करते। उन्हें आशंका रहती है कि उनके अशुद्ध लेखन पर सीधे अँगुली (‘अंगुली’ […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 25, 2022 0

व्याकरण-बन्धन का समादर करना सीखें– एक आत्मीय विद्यार्थिवृन्द! (‘विद्यार्थीवृन्द’ अशुद्ध है।)‘सामान्य हिन्दी’ अथवा ‘हिन्दी-भाषा’, ‘हिन्दी-साहित्य’ तथा अन्य किसी भी विषय के प्रश्नपत्रों मे (‘में’ अशुद्ध है।) अंकित प्रश्नों के उत्तरों को लिखते समय आप यदि […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 22, 2022 0

◆ शब्द– अल्ला और अल्लाह। ★ अल्ला– बहुसंख्य जन नहीं जानते कि ‘अल्ला’ संस्कृतभाषा (यहाँ ‘षष्ठी तत्पुरुष’ समास है।) ‘संस्कृत-भाषा’ (संस्कृत की भाषा; यह सामासिक विग्रह है। ‘संस्कृत भाषा’ का प्रयोग अशुद्ध है; क्योंकि दोनो […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 18, 2022 0

◆ निम्नलिखित वाक्यों को सकारण शुद्ध करें :–१- वह ब्याख्यान दी थी।२- रेलगाड़ी देर से रेलवेस्टेशन में आयेगा।ध्यानपूर्वक शुद्ध और उपयुक्त उत्तर टिप्पणी-सहित ग्रहण करें। (इस आशय का उत्तर किसी भी पुस्तक मे उपलब्ध नहीं […]

”साहित्य के नोबेल एवार्ड’ से कहीं बढ़कर शिष्याशिष्यवृन्द की अगाध श्रद्धा है”– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

November 14, 2022 0

साग्रह अनुरोध– देश के सम्मानित विद्वज्जन और विश्वविद्यालयीय (‘विश्वविद्यालीय’ और ‘विश्वविद्यालयी’ अशुद्ध हैं।) प्राध्यापकवृन्द से अपेक्षा की जाती है कि वे अधोटंकित भावों और विचारों मे से सकारण अशुद्धियाँ निकालकर मेरा मार्गदर्शन करें।•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• अवसर था, […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 11, 2022 0

शुद्ध और उपयुक्त शब्द :– वर्णो-पर्णो, कारणो, दोनो-तीनो, अपनो, नोक, नीवँ, मानो, मुन्नो, मा, मुझमे,मे, मै, मैने, हमे तथा कर्मो। आज की पाठशाला मे हम ऐसे शब्दों पर गम्भीरतापूर्वक विचार करेंगे, जिन्हें हम जाने-अनजाने (‘जाने-अंजाने/अन्जाने’ […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 10, 2022 0

◆ साग्रह अनुरोध–आप सभी इस टिप्पणी मे से किसी भी प्रकार की सकारण अशुद्धि/अशुद्धियाँ निकालें और मेरा मार्गदर्शन करें।••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••आत्मीय विद्यार्थिवृन्द!किसी भी स्तर की परीक्षा के हिन्दीभाषा/हिन्दी-भाषा (‘हिन्दी भाषा’ अशुद्ध है।) /सामान्य हिन्दी और हिन्दीसाहित्य/ हिन्दी-साहित्य […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 8, 2022 0

शुद्ध और उपयुक्त शब्द :– परिक्षा और परीक्षा। ★ परिक्षा– इस ‘परिक्षा’ शब्द की वर्तनी (अक्षरी) देखते ही कोई भी सुस्पष्ट शब्दों मे कह देगा– यह जो ‘परिक्षा’ शब्द दिख रहा है, पूरी तरह से […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 4, 2022 0

अधोटंकित वाक्यों मे से कौन-सा वाक्य शुद्ध है?१- अन्विता घर से अस्पताल वापस लौट आयी है।२- अन्विता अस्पताल से वापस घर लौट आयी है।३- अस्पताल से घर अन्विता वापस आयी है।४- अन्विता लौट आयी है […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 30, 2022 0

◆ अशुद्ध और अनुपयुक्त शब्दप्रयोग :– शुभ कामना, शुभकामनाएं, शुभकामनाएँ, शुभ कामनाएँ, हार्दिक शुभकामना, हार्दिक शुभ कामना, हार्दिक शुभकामनाएं/हार्दिक शुभकामनाएँ तथा हार्दिक शुभ कामनाएं तथा हार्दिक शुभ कामनाएँ। ऊपर अशुद्ध और अनुपयुक्त शब्दप्रयोग के अन्तर्गत […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 29, 2022 0

प्राय: हमारे विद्यार्थी अपने वरिष्ठ सहयोगियों और अध्यापिका-अध्यापकों से प्रश्न करते हैं– Ph.D. का अर्थ है, ‘Doctor of Philosophy’ और जब इस लघ्वक्षर (लघु+अक्षर= लघ्वक्षर) (‘लघ्वाक्षर’ अशुद्ध है।) का पूर्णाक्षर-रूप मे उच्चारण करते हैं तब […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 27, 2022 0

अशुद्ध और अनुपयुक्तशब्द-प्रयोग–◆ शुभ कामना, शुभकामनाएं, शुभकामनाएँ, शुभ कामनाएँ, हार्दिक शुभकामना, हार्दिक शुभ कामना, हार्दिक शुभकामनाएं तथा हार्दिक शुभकामनाएँ।———————————-ऊपर अशुद्ध और अनुपयुक्त शब्दप्रयोग के अन्तर्गत जितने भी शब्द दिख रहे हैं, वे सभी-के-सभी [यहाँ दो […]

‘साभार’ और ‘सौजन्य’ का समादर करें

October 26, 2022 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जो भी जन ‘आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला’ और ‘आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय-द्वारा प्रकाशित’ उन शब्दों का प्रयोग अपने सम्प्रेषण मे करते आ/दिख रहे हैं, जिनका व्यवहार उनके (आचार्य […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 24, 2022 0

● आपने २३ अक्तूबर की विलम्ब रात्रि मे ‘दीपावली-दीवाली’, ‘दीया-दिया’ तथा ‘प्रज्वलन’ शब्दप्रयोग की जानकारी अर्जित की थी। आज आप (२४ अक्तूबर) ‘वर्तिका’ (बाती) और ‘तैल-घृत’ शब्दों को समझें। शुद्ध और उपयुक्त शब्द :–वर्तिका और […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 21, 2022 0

अधोटंकित मे से शुद्ध उत्तर का चयन करें :–◆ यहाँ किये गये प्रश्नो के कारणसहित उत्तर दिये गये हैं। १– परीक्षक उत्तर-पुस्तिका का क्या करता है?(क) मूल्यांकन (ख) चेक(ग) दृष्टिपात (घ) इनमे से कोई नहीं।उत्तर– […]

हिन्दीव्याकरण-भाषाविज्ञान के विरोधियों को ‘स्वघोषित’ भाषाविज्ञानी, आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की खुले रूप मे ललकार

October 19, 2022 0

हिन्दी-व्याकरण/शब्दानुशासन का विरोध करनेवालो-वालियो! कई दशक से तुम सभी की कलुषित-कुत्सित मानसिकता को पढ़ता आ रहा था; सोचता था, शायद सुधर जाओ; परन्तु वस्तुस्थिति ‘अन्यथा’ दिखती आ रही है। जब ‘एक व्यक्ति’ इस देश मे […]

ग्रामीण पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी मीडियम से होना किसी वरदान से कम नहीं

October 18, 2022 0

विज्ञान वर्ग से इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम से करने के बाद मैंने बीएससी (पीसीएम) करने हेतु कानपुर के प्रसिद्ध बीएनडी कॉलेज में एडमिशन लिया । वहां के प्रोफेसर बहुत अच्छे थे, अपने विषय […]

शुद्ध और उपयुक्त शब्दप्रयोग :– आभार, कृतज्ञता, धन्यवाद तथा साधुवाद

October 14, 2022 0

★ आभार– यह ऐसा शब्द है, जिसका लोग एक पारम्परिक शब्दार्थ के रूप मे प्रयोग करते आ रहे हैं। जब कोई किसी पर उपकार करता है तब उस उपकारी व्यक्ति के प्रति उपकृत व्यक्ति ‘आभार’ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 4, 2022 0

हम निकट भविष्य मे ‘प्रयागराज’ मे विद्यार्थी, शिक्षक, साहित्यकार, कवि-कवयित्री तथा लेखक-वर्गों के लिए ‘उच्चारण’ और ‘लेखन’-स्तर पर एक कर्मशाला का आयोजन (लगभग ३ घण्टे तक) करेंगे, जो ‘सशुल्क’ रहेगा। सशुल्क इसलिए कि जब कोई […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 4, 2022 0

■ आप सभी सीखिए (यहाँ ‘सिखिए’ अशुद्ध है।), ‘शुद्ध हिन्दी’ कैसे लिखी जाती है? (सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; ४ अक्तूबर, २०२२ ईसवी।)

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की शैक्षिक राष्ट्रीय कर्मशाला लातूर मे २६ सितम्बर से

September 24, 2022 0

भाषाविज्ञानी एवं समीक्षक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की शैक्षिक राष्ट्रीय कर्मशाला का आयोजन शिव छत्रपति शिक्षणसंस्था-द्वारा संचालित राजर्षि साहू महाविद्यालय (स्वायत्त), लातूर (महाराष्ट्र) के हिन्दी-विभाग की ओर से किया जायेगा। वहाँ की हिन्दीविभाग-प्रमुख डॉ० पल्लवी […]

विद्यार्थी और अध्यापक शुद्ध शब्द बोलने-लिखने के प्रति सजग रहें– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

September 23, 2022 0

२३ सितम्बर को धर्मादेवी इण्टरमीडिएट कॉलेज, केन (कौशाम्बी) के सभागार मे आयोजित ‘आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला’ मे सैकड़ों विद्यार्थियों और अध्यापकों को मौखिक, लिखित तथा सांकेतिक भाषा का सोदाहरण बोध कराया गया। लगातार […]

पाठशाला– एक दृष्टि मे

September 21, 2022 0

◆ पाठशाला उचित-अनुचित का ज्ञान और भान कराती है।◆ पाठशाला मनुष्यता सिखाती है।◆ पाठशाला अक्षरज्ञान से परिचित कराती है।◆ पाठशाला ‘सामान्य’ शिक्षा से लेकर ‘विशेष’ शिक्षा तक का बोध कराती है।◆ पाठशाला जीवन-अनुभव का विस्तार […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की कर्मशाला ‘रायबरेली से लातूर तक’

September 20, 2022 0

भाषाविज्ञानी एवं समीक्षक, प्रयागराज के आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की शैक्षिक कर्मशाला का आरम्भ हो चुका है। विद्यार्थियों, अध्यापकों तथा मीडियाकर्मियों को कई दशक से शुद्ध हिन्दी बोलने और लिखने के प्रति आग्रहशील आचार्य पाण्डेय […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की कर्मशाला रायबरेली (उत्तरप्रदेश) से लातूर (महाराष्ट्र) की ओर

September 20, 2022 0

२५ सितम्बर से २८ सितम्बर तक की अवधि एक शैक्षिक, किन्तु कलात्मक संस्मरण की रचना कराने के प्रति आग्रहशील है। प्रयागराज से इन्दौर और इन्दौर से हैदराबाद, तदनन्तर (‘तद्न्तर’, ‘तद्नन्तर’, ‘तदन्तर’ अशुद्ध हैं।) गन्तव्य लातूर […]

शुद्ध शब्द-प्रयोग का ज्ञान प्राथमिक पाठशाला से ही कराना होगा

September 16, 2022 0

‘सर्जनपीठ’ के तत्त्वावधान मे १५ सितम्बर को ‘सारस्वत सभागार’, लूकरगंज, प्रयागराज मे ‘शुद्धता के साथ भाषा का उत्थान कैसे हो?’ विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। आरम्भ मे, मुख्य अतिथि डॉ० कल्पना वर्मा […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

September 10, 2022 0

गुरुदेव आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय जी की इस वर्ष की कर्मशाला का प्रथम आयोजन श्री शिवमंगल मौर्य इण्टरमीडिएट कॉलेज, ऊँचाहार, रायबरेली मे २१ सितम्बर को होगा, तदनन्तर सितम्बर-माह की अन्य तिथियों मे कौशाम्बी के अनेक […]

शर्मनाक : हिन्दीभाषी राज्य मे 7.97 लाख छात्र हिन्दी मे अनुत्तीर्ण

July 25, 2022 0

1984 की बात है!!! “बड़ा पेड़” गिरने के बाद धरती हिलकर लगभग शांत हो चुकी थी। मैं पापा के साथ मुंबई घूमने गया था, अपने नाना के घर। चूंकि उन दिनों किसी घर का दामाद […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का संदेश

July 17, 2022 0

शब्द :– भारी बहुमत से; प्रचण्ड बहुमत से; बहुत भारी बहुमत से; भयंकर बहुमत से। ये सभी शब्द अब सार्वजनिक सम्पत्ति हो चुके हैं; ज़ाहिर है, इन्हें पंचायती माल बना दिया गया है; यों (‘यूँ’ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 1, 2022 0

विषय– जन्मदिन बनाम जन्मतिथि/जन्मदिनांक ऐसा ज्ञान, जो आपको इस पाठशाला के अतिरिक्त कहीं नहीं मिलनेवाला है। इसे हम वर्षों से बताते-समझाते आ रहे हैं; परन्तु प्रत्येक कुएँ मे डाली गयी भाँग को बाहर लाकर उस […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

June 17, 2022 0

शब्द :— आरोपी-आरोपित आरोपी (वादी)– जो व्यक्ति किसी पर आरोप मढ़ता हो; जैसे– उसने मेरे घर चोरी की थी। आरोपित (प्रतिवादी)– जिस व्यक्ति पर आरोप मढ़ा जाये; जैसे– यही वह चोर है, जिसने चोरी की […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

June 16, 2022 0

● शब्द-विचार– ज़िम्म:दार-ज़िम्म:वार/ज़िम्मादार-ज़िम्मावार ● शुद्ध शब्द ‘ज़िम्म:दार’ और ‘ज़िम्म:वार’ हैं। अब प्रयोग के धरातल पर यही दोनो शब्द क्रमश: ‘ज़िम्मेदार’ और ‘ज़िम्मेवार’ बन गये हैं, जो कि अशुद्ध और अनुपयुक्त हैं। हम इसका ‘ज़िम्मादार’ और […]

हिन्दीभाषा के प्रश्नपत्र मे अशुद्धियों का पहाड़ खड़ा करता ‘उत्तरप्रदेश लोकसेवा आयोग’!..?

June 15, 2022 0

(भाषाविज्ञानी और समीक्षक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की कठोर आपत्ति) पिछले १२ जून को उत्तरप्रदेश पी० सी० एस० (प्रा०) परीक्षा के सामान्य हिन्दी/हिन्दीभाषा-खण्ड के अन्तर्गत प्रश्नपत्र मे कुल २० प्रश्न किये गये थे, जिनमे से […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

June 13, 2022 0

शब्द– एहसास-एहसान, दम्पती, नवरात्र, ब्रह्मा तथा मनोरंजन। ★ एहसास– प्राय: जनसामान्य इस शब्द को ‘अहसास’ बोलता-लिखता आ रहा है, जो कि पूरी तरह से ग़लत है। कुछ लोग तो एहसास का हिन्दीकरण ‘अहसास’ समझते और […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

May 8, 2022 0

निर्देश– एक शब्द मे प्रयुक्त अक्षरों की सहायता से सार्थक शब्द बनायें (‘बनाएँ’ अशुद्ध है।) और उसका अर्थ भी बतायें—जैसे— आराधना = पूजा-अर्चना-उपासना।आराधना मे चार अक्षर हैं। इस शब्द के अन्तर्गत इन्हीं चार अक्षरों की […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

April 25, 2022 0

यहाँ उन शब्दों के प्रयोग पर सम्यक् विचार किया गया है, जो शुद्ध हैं और उपयुक्त भी। आप उच्चारण और लेखन-स्तर पर उन शुद्ध शब्दों को भक्तिभाव के साथ ग्रहण करते हुए, समाज का भाषिक […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

April 2, 2022 0

कल (३ अप्रैल) रविवार रहेगा। देश-देशान्तर मे बड़ी संख्या मे विद्यार्थी और प्रबुद्धवृन्द को ‘दैनिक जागरण-परिवार’ के सौजन्य से विगत छ: वर्षों से प्रस्तुत किये जा रहे इस भाषिक अभियान की चिर-प्रतीक्षा रहती है और […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 22, 2022 0

यह एक समाचार-चैनलद्वारा/चैनल-द्वारा प्रस्तुत किया गया समाचार है। (‘चैनल द्वारा’ अशुद्ध शब्द-प्रयोग है; क्योंकि दोनो शब्द पृथक्-पृथक् दिख रहे हैं, जबकि ‘चैनलद्वारा’/’चैनल-द्वारा’/’चैनल ‘के’ द्वारा’ सम्बन्धबोधक कारक है और षष्ठी तत्पुरुष समास का उदाहरण भी।) इस […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 19, 2022 0

••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••कोश– शब्दकोश; कोशिका (प्राकृतिक)।कोष– धन, द्रव्य, रुपये-पैसे, आभूषण इत्यादिक (कृत्रिम)।आगार– भाण्डार; निधि; स्थान; घर।कोशागार– शब्दनिधि, शब्दभाण्डार।कोषागार– धन-दौलत, ख़ज़ानाघर; जिस स्थान पर/जिस जगह रुपये-पैसे-आभूषण को संचित कर रखा गया हो। (सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 12, 2022 0

कल (१३ मार्च) रविवार/रविवासर होगा और आप प्रति सप्ताह की भाँति ‘दैनिक जागरण’, ‘नई दुनिया’ तथा ‘नव दुनिया’ के चारपृष्ठीय ‘झंकार’ के द्वितीय पृष्ठ पर ‘हिंदी हैं हम’ के अन्तर्गत हमारी रविवारीय/ रविवासरीय ‘भाषा की […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 11, 2022 0

इनमे से कौन-से शब्द शुद्ध हैं?(क) आनुशासनिक (ख) अनुशासनिक (ग) अनुषांगिक (घ) आनुषंगिक (ङ) अन्तर्रात्मा (च) अन्तरात्मा (छ) चामत्कारिक (ज) चमत्कारिक (झ) समाचारिक (ञ) सामाचारिक (ट) प्रामाणिक (ठ) प्रमाणिक (ड) सख्योचित (ढ) सख्युचित (ण) आनुषांगिक […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 6, 2022 0

अधोलिखित मे से कौन-से शब्द शुद्ध नहीं हैं और क्यों? (क) शतप्रतिशत (ख) सौ प्रतिशत (ग) दिनप्रतिदिन (घ) प्रतिदिन (च) स्त्रियोचित (छ) स्त्र्युचित (ज) आभ्यन्तर (झ) अभ्यन्तर उत्तर ग्रहण करें—(क) शतप्रतिशत (पुनरुक्ति-दोष– शत) (ग) दिनप्रतिदिन […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

February 23, 2022 0

किसी विषय के प्रश्नपत्र/प्रश्न-पत्र (‘प्रश्न पत्र’ अशुद्ध है।) मे यदि यह प्रश्न हो तो आपका उत्तर कौन-सा (यहाँ ‘क्या’ अशुद्ध है।) होगा? प्रश्न– इनमे से ‘हवा’ के लिए उपयुक्त शब्द है :– (यहाँ ‘है-‘ और […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

February 18, 2022 0

आप प्रत्येक वर्ण के पञ्चमाक्षर/पंचमाक्षर का प्रयोग सम्बन्धित प्रत्येक शब्द में ‘लेखनी’ के माध्यम से तो कर सकते हैं; किन्तु ‘टंकण-माध्यम’ से वैसा सम्भव नहीं हो पा रहा है। ऐसा इसलिए कि सम्बन्धित ‘सॉफ़्टवेअर’ की […]

 भाषाई संकरता

February 14, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार “राघव”-   निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल। निज भाषा के ज्ञान बिन मिटै न हिय को शूल ।। सारे विश्व में भाषा को देशों की पहचान माना जाता है । […]

कब तक अशुद्ध नाम ‘भारद्वाज आश्रम’ पढ़ते रहोगे?– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

January 30, 2022 0

प्रयागराज मे ‘आनन्द भवन’ के समीप ‘विश्वगुरु’ ‘भरद्वाज मुनि’ का आश्रम स्थित है। वही भरद्वाज-आश्रम, जहाँ प्रवास करते हुए, दस हज़ार विद्यार्थी प्रतिदिन अध्ययन किया करते थे। भरद्वाज मुनि को ही विश्व का प्रथम कुलाधिपति […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 20, 2022 0

● अधोलिखित वाक्यों को शुद्ध हिन्दी-भाषा मे बदलें :–(१) शिकायत के लह्जे मे उसने मुझसे कहा था।(२) उसकी चुनौती क़ाबिले रह्म नहीं है।(३) उसकी ईमानदारी ग़ौरतलब है।(४) उसकी आशंकाएँ बेवज्ह नहीं हैं।(५) उसकी तैयारियाँ मुकम्मल […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय के ‘मार्गदर्शन’ मे कल

January 18, 2022 0

“सफलता से वही अछूता रहता है, जिसने एक निश्चित दिनचर्या का निर्धारण न किया हो।” यह तो एक सूत्रवाक्य है। हमारे विद्यार्थियों को इस प्रेरक वाक्य का ‘कल’ विधिवत् पल्लवन और विशदीकरण रूप प्राप्त होगा, […]

जी हाँ, मैं प्यार बेचता हूँ

January 17, 2022 0

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आइए जनाब!मैं प्यार बेचता हूँ।किसिम-किसिम का प्यार;तरह-तरह का प्यार;भाँति-भाँति का प्यार;नाना प्रकार का प्यार।विविध प्रकार का प्यार;विभिन्न प्रकार का प्यार।कोटि-कोटि का प्यार :–विभाजित प्यार; कटा प्यार-छँटा प्यार;अलगाऊ प्यार-लगाऊ प्यार;पूर्ण प्यार; […]

‘सर्जनपीठ’ का ‘विश्व हिन्दी-भाषातिथि-महोत्सव’ सम्पन्न

January 10, 2022 0

हिन्दी का विकास शुद्धतापूर्वक हो, समय की माँग १० जनवरी को ‘विश्व हिन्दीभाषा-दिवस’ के उपलक्ष्य मे ‘सर्जनपीठ’ की ओर से सारस्वत सभागार, लूकरगंज, प्रयागराज मे १० जनवरी को अपराह्न १ बजे से ५ बजे तक […]

हम विदेशी विद्वज्जन की हिन्दी-सेवा के प्रति नमित हैं

January 9, 2022 0

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय कल १० जनवरी की तिथि रहेगी और कल ही की तिथि मे वर्ष १९७५ मे ‘प्रथम विश्व हिन्दीभाषा सम्मेलन’ का आयोजन नागपुर (महाराष्ट्र) मे किया गया था। इसी उपलक्ष्य मे […]

‘विश्व हिन्दीभाषातिथि-महोत्सव’ का आयोजन १० जनवरी को

January 7, 2022 0

बौद्धिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं सामाजिक मंच ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज के तत्त्वावधान मे ‘विश्व हिन्दीभाषा-दिवस’ के उपलक्ष्य मे सोमवार; १० जनवरी, २०२२ ई० को ‘सारस्वत सभागार’, लूकरगंज, प्रयागराज मे अपराह्न १ बजे से ‘विश्व हिन्दीभाषातिथि-महोत्सव’ का […]

देश के प्रबुद्ध-वर्ग की नववर्ष में हिन्दी-भाषा की शुद्धता के प्रति आग्रह की अभिव्यक्ति

January 1, 2022 0

नववर्ष में हिन्दीभाषा की शुद्धता के प्रति समाज को हमारे साहित्यकार, अध्यापक तथा पत्रकार-वर्ग जागरूक करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसका लक्षण उस समय दिखा जिस समय ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज की ओर से नववर्ष की पूर्व-सन्ध्या […]

व्याकरणाचार्य, भाषाविद् तथा भाषाविज्ञानी नरेन्द्र मोदी की जय हो!

December 29, 2021 0

मेरे प्रश्न और विद्यार्थियों के उत्तर••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ● पिछले दिनो सागर (म० प्र०) मे अपनी कर्मशाला मे मैने एक प्रश्न किया था :–इनमे से ‘विकलांग’ के अर्थ मे कौन-सा शब्द शुद्ध है ?(ए) दिव्यांग (बी) अपांग(सी) […]

विद्या-अर्जित करने के लिए संस्कार की आवश्यकता— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

December 24, 2021 0

आज (२३ दिसम्बर) गढ़ाकोटा, सागर-स्थित शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिन्दी-विभाग की ओर से ‘अध्ययन-अध्यापन मे हिन्दी-भाषा की उपयोगिता और महत्ता’ विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय कर्मशाला का आयोजन महाविद्यालय-सभागार मे किया गया। इस कर्मशाला मे प्रयागराज […]

शुद्ध उच्चारण और लेखन आचरण की सभ्यता को प्रकट करते हैं– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

December 22, 2021 0

● हटा शासकीय महाविद्यालय की कर्मशाला सम्पन्न मध्यप्रदेश राज्य के दमोह ज़िले के अन्तर्गत हटा-क्षेत्र के शासकीय महाविद्यालय मे आयोजित द्विदिवसीय शैक्षणिक कर्मशाला (२१-२२ दिसम्बर) का कल (२२ दिसम्बर) समापन-अवसर था। इस अवसर पर दो […]

गढ़ाकोटा महाविद्यालय में 23 दिसंबर, गुरुवार को आयोजित होगी राष्ट्रीय कार्यशाला

December 22, 2021 0

● देश के भाषाविज्ञानी, समालोचक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘अध्ययन-अध्यापन में शुद्ध हिंदी की उपयोगिता’ पर देंगे विद्यार्थियों तथा शिक्षकों को प्रशिक्षण गढ़ाकोटा 22 दिसंबर, 2021 शासकीय पी०जी० कॉलेज गढ़ाकोटा में हिन्दी-विभाग द्वारा 23 दिसंबर, […]

डाइट, मथुरा से वापसी का अन्तिम क्षण मन-प्राण को आन्दोलित करता रहा!

December 19, 2021 0

सायं सवा सात बजे के लगभग वे छात्राएँ, जिन्होंने लगातार तीन दिनों तक गुरु का सान्निध्य ग्रहण किया था, उनमे से कुछ अकस्मात् गुरु के प्रवासस्थल पर पहुँच गयीं। सभी ने डाइट के उपशिक्षानिदेशक एवं […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का ‘अपनी भाषा सुधारें’ अभियान अब मध्यप्रदेश में

December 19, 2021 0

‘ज़िला शिक्षा एवं प्रशिक्षण-केन्द्र’ (डाइट, मथुरा) की त्रिदिवसीय (१६-१७-१८ दिसम्बर) ऐतिहासिक ‘भाषा-शिक्षण-प्रशिक्षणकर्मशाला’ के बाद अब भाषाविज्ञानी और समालोचक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हटा, दमोह (म० प्र)) में द्विदिवसीय कर्मशाला (२१-२२ दिसम्बर) ‘शिक्षण-प्रशिक्षण में मौखिक और […]

‘डाइट’ की ओर से आयोजित त्रिदिवसीय कर्मशाला सम्पन्न हुई

December 18, 2021 0

● शब्दानुशासन धारण कर स्वयं को शब्द-सम्पन्न बनायें– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय डाइट, मथुरा की ओर से पिछले तीन दिनो से संस्थान के मुक्तांगन मे आयोजित की जा रही सारस्वत कर्मशाला का कल (१८ दिसम्बर) […]

अध्ययन और अभ्यास-द्वारा शुद्ध लेखन करना सीखें– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

December 17, 2021 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’ “हिन्दी हमारी मातृभाषा है, इसलिए हमारा अपनी भाषा के प्रति उत्कट अनुराग होना चाहिए। हमे अपनी माँ के प्रति जितनी श्रद्धा होती है उतनी ही अपनी भाषा के प्रति भी होनी […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने हिन्दी भाषा-कर्मशाला में समझायीं भाषा और व्याकरण की बारीक़ियाँ

December 16, 2021 0

● शुद्ध हिन्दी का उच्चारण और लेखन-स्तर पर ग्रहण करने की विकसित करें क्षमता ज़िला शिक्षा एवं प्रशिक्षण-संस्थान (डाइट), मथुरा के संयोजन में डाइट के मुक्तांगन में गुरुवार से आयोजित की जा रही त्रिदिवसीय हिन्दीभाषा-कर्मशाला […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का देशव्यापी अभियान ‘अपनी भाषा सुधारें’ १६ दिसम्बर से प्रारम्भ

December 14, 2021 0

भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का जो चिर-परिचित अभियान ‘अपनी भाषा सुधारें’ कोरोना-दुष्प्रभाव के कारण थम गया था, अब उसे गति मिल चुकी है। वे अपने अभियान का आरम्भ मथुरा से करेंगे, जो दमोह तथा […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 9, 2021 0

■ ‘दारा’ शब्द को समझें इसका मूल शब्द ‘दार’ है, जो कि ‘दृ’ धातु का शब्द है। ‘दृ’ का अर्थ ‘विदारण करना’/’बीच मे से पृथक् करके दो अथवा अधिक टुकड़े करना’ होता है। इस धातु […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 5, 2021 0

आइए! ‘उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग’ के अधिकारियों की पीठ थपथपायें देश के समस्त प्रतियोगी विद्यार्थिवृन्द!अत्यन्त गर्व और गौरव का विषय है कि ‘उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग’, प्रयागराज की ओर से आज (५ दिसम्बर) उत्तरप्रदेश के […]

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