‘हिन्दी में’ संस्था द्वारा आयोजित हुआ कविता यात्रा का कार्यक्रम ‘कविताई’
‘मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगरलोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया’मजरूह सुल्तानपुरी का यह शेर ‘हिन्दी में’ संस्था द्वारा आयोजित कविता यात्रा का कार्यक्रम ‘कविताई’ पर सटीक बैठता है। शनिवार 23 सितंबर […]