जी०जी०आई०सी०, गोमतीनगर का संकल्प ”तमसो मा ज्योतिर्गमय” का भव्य आयोजन

November 25, 2023 0

•••••••••••••••••••••••••••••••••• हमारे विद्यालय का अतीत स्वर्णिम रहा है और वर्तमान भी– डॉ० शशिकला राय •••••••••••••••••••••••••••••••••• उल्लासपूर्वक स्थापना-दिवस मनाया गया; विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम, मेला एवं प्रदर्शनी आयोजित; पूर्व-छात्राओं की प्रभावपूर्ण भागीदारी लखनऊ। गत शनिवार को राजकीय […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

May 11, 2023 0

◆ आचार्य की पाठशाला की ओर से किये गये प्रश्न ‘देखने’ और ‘उत्तर’ देने मे अत्यन्त सरल लगते हैं, जबकि वे होते नहीं हैं; क्योंकि उसके लिए ‘शरसंधान’ की भाँति ‘शब्दसंधान’ करना पड़ता है। १– […]

“भारतीय भाषाओं को हिन्दीभाषा के साथ मिलकर चलना होगा”― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ

March 15, 2023 0

सात बहनो के नाम से जाना जानेवाला और अपनी नैसर्गिक समृद्धि के लिए प्रसिद्ध पूर्वोत्तर-राज्यों के एक महत्त्वपूर्ण राज्य ‘असम’-स्थिति विश्वनाथ चारिआलि मे उत्तरप्रदेश हिन्दी-संस्थान एवं विश्वनाथ चारिआलि राष्ट्रभाषा प्रबोध विद्यालय परिचालना समिति के संयुक्त […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 15, 2023 0

◆ यहाँ प्रस्तुत है, एक वाक्य का सम्यक् और अनन्य विश्लेषण। ★ वाक्य है :― पुरुषार्थ से बढ़कर ‘कुछ’ भी नहीं।•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• सब कुछ विस्मृत के गर्भ मे विलीन हो जाता है, जबकि पुरुषार्थ ‘अजर-अमर’-रूप/अजर-अमर के […]

आज प्रयागराज के ‘जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण-संस्थान’ (डाइट) मे क्या-क्या रहा

January 11, 2023 0

आज (१० जनवरी) ‘जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान’ (डाइट) ( ‘डायट’ और ‘डाएट’ अशुद्ध हैं।), प्रयागराज की ओर से ‘विश्वहिन्दी-दिवस’ (‘विश्व हिन्दी दिवस’ अशुद्ध है।) के अवसर पर आरम्भ मे, मेरी उपस्थिति मुझे भली लग […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 6, 2023 0

◆ वे शब्द, जिनका विश्व-समाज अशुद्ध और अनुपयुक्त व्यवहार करता आ रहा है।■ शब्दप्रयोग― आभार; शुक्रिय:/शुक्रिया, धन्यवाद, साधुवाद तथा थैंक यू। आइए! ‘आभार’ शब्द को समझते हैं। ‘आभारी’ का समानार्थी शब्द ‘कृतज्ञता’ है। पढ़े-लिखे लोग […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 2, 2023 0

एक वाक्य के आधार पर व्याकरणीय सम्बोध/संज्ञान करें। वाक्य है :–★ हमारे जीवन मे एक ‘तिनके’ की उपयोगिता है और महत्ता भी। ◆ यह वाक्य ‘अनिश्चित वर्त्तमान/वर्तमानकाल/वर्त्तमान/वर्तमान-काल/ वर्तमान का काल/समय (‘वर्त्तमान/वर्तमान काल’ अशुद्ध है।) का […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 29, 2022 0

■ यदि आपको इसमे से किसी भी प्रकार की अशुद्धि दिखे तो हमारा समुचित मार्गदर्शन करें, स्वागत है।◆ यहाँ वे शब्द हैं, जिनका विश्व-समाज जाने-अनजाने (‘अंजाने’ और ‘अन्जाने’ अशुद्ध हैं।) अशुद्ध और अनुपयुक्त व्यवहार करता […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 17, 2022 0

भाषासंस्कार/भाषा-संस्कार/भाषा का संस्कार (‘भाषा संस्कार’ अशुद्ध है।) विकसित करें प्रतिभाशाली/प्रतिभावान्/प्रतिसम्पन्न/प्रतिभायुक्त विद्यार्थी वही होता है, जो शब्दानुशासन को सम्यक् रूपेण (भलीभाँति) धारण करता हो। जिसके पास विद्या होती है, वही विद्यार्थी कहलाने का अधिकारी होता है; […]

शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर, शहडोल मे राष्ट्रीय कार्यशाला का प्रथम दिवस

December 7, 2022 0

शिक्षाजगत् मे भाषा-व्याकरण के प्रति उदासीनता समाप्त हो– आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता परियोजना प्रकोष्ठ के तत्त्वावधान मे ७ दिसम्बर, २०२२ ई० को शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर के हिन्दी एवं समाजशास्त्र-विभाग की ओर […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय-द्वारा मध्यप्रदेश मे व्याख्यान और प्रशिक्षण ७-८ दिसम्बर को

December 4, 2022 0

‘मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना एवं आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ’ के तत्त्वावधान मे शासकीय महाविद्यालय, जयसिंह नगर, शहडोल (म० प्र०) मे भाषाविज्ञानी और समीक्षक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय (प्रयागराज) की अध्यक्षता मे द्विदिवसीय राष्ट्रीय […]

‘सृजन’ शब्द शुद्ध है अथवा ‘सर्जन’ शब्द?

December 3, 2022 0

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला ‘सृजन’ शब्द शैक्षिक और साहित्यिक वातावरण मे ऐसे घुल-मिल गया है, जैसे ‘दूध मे पानी’। उस दूध मे कितना पानी (पानी का भिन्नार्थक :– जल; चमक; प्रतिष्ठा) है, इसे […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 2, 2022 0

निर्देश– अधोटंकित प्रश्नो मे ‘पाँच शब्द’ अंकित हैं और प्रत्येक के नीचे उनके विकल्प भी। आप प्रश्न-प्रकृति को समझते हुए, टंकित किये गये उत्तर-विकल्प मे से शब्दों के शुद्ध और उपयुक्त अर्थ का चयन करें–◆ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 1, 2022 0

व्याकरण-बन्धन का समादर करना सीखें– दो•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••[२५ नवम्बर, २०२२ ई० से आगे की पाठशाला-सामग्री का अध्ययन-अनुशीलन करें।] हिन्दी-भाषा निश्चित रूप से क्लिष्ट है; परन्तु उनके लिए जो देवनागरी लिपि और हिन्दी-भाषा को पढ़ने-समझने से कतराते आ […]

सीखिए और सिखाइए; जीवन व्यर्थ न गँवाइए

November 25, 2022 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आत्मीय मित्रवृन्द!आपमे से बहुसंख्य आभासी मित्र ऐसे हैं, जो भयवश मेरे सम्प्रेषण पर कोई भी टिप्पणी नहीं करते। उन्हें आशंका रहती है कि उनके अशुद्ध लेखन पर सीधे अँगुली (‘अंगुली’ […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 25, 2022 0

व्याकरण-बन्धन का समादर करना सीखें– एक आत्मीय विद्यार्थिवृन्द! (‘विद्यार्थीवृन्द’ अशुद्ध है।)‘सामान्य हिन्दी’ अथवा ‘हिन्दी-भाषा’, ‘हिन्दी-साहित्य’ तथा अन्य किसी भी विषय के प्रश्नपत्रों मे (‘में’ अशुद्ध है।) अंकित प्रश्नों के उत्तरों को लिखते समय आप यदि […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 22, 2022 0

◆ शब्द– अल्ला और अल्लाह। ★ अल्ला– बहुसंख्य जन नहीं जानते कि ‘अल्ला’ संस्कृतभाषा (यहाँ ‘षष्ठी तत्पुरुष’ समास है।) ‘संस्कृत-भाषा’ (संस्कृत की भाषा; यह सामासिक विग्रह है। ‘संस्कृत भाषा’ का प्रयोग अशुद्ध है; क्योंकि दोनो […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 18, 2022 0

◆ निम्नलिखित वाक्यों को सकारण शुद्ध करें :–१- वह ब्याख्यान दी थी।२- रेलगाड़ी देर से रेलवेस्टेशन में आयेगा।ध्यानपूर्वक शुद्ध और उपयुक्त उत्तर टिप्पणी-सहित ग्रहण करें। (इस आशय का उत्तर किसी भी पुस्तक मे उपलब्ध नहीं […]

”साहित्य के नोबेल एवार्ड’ से कहीं बढ़कर शिष्याशिष्यवृन्द की अगाध श्रद्धा है”– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

November 14, 2022 0

साग्रह अनुरोध– देश के सम्मानित विद्वज्जन और विश्वविद्यालयीय (‘विश्वविद्यालीय’ और ‘विश्वविद्यालयी’ अशुद्ध हैं।) प्राध्यापकवृन्द से अपेक्षा की जाती है कि वे अधोटंकित भावों और विचारों मे से सकारण अशुद्धियाँ निकालकर मेरा मार्गदर्शन करें।•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••• अवसर था, […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 11, 2022 0

शुद्ध और उपयुक्त शब्द :– वर्णो-पर्णो, कारणो, दोनो-तीनो, अपनो, नोक, नीवँ, मानो, मुन्नो, मा, मुझमे,मे, मै, मैने, हमे तथा कर्मो। आज की पाठशाला मे हम ऐसे शब्दों पर गम्भीरतापूर्वक विचार करेंगे, जिन्हें हम जाने-अनजाने (‘जाने-अंजाने/अन्जाने’ […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 10, 2022 0

◆ साग्रह अनुरोध–आप सभी इस टिप्पणी मे से किसी भी प्रकार की सकारण अशुद्धि/अशुद्धियाँ निकालें और मेरा मार्गदर्शन करें।••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••आत्मीय विद्यार्थिवृन्द!किसी भी स्तर की परीक्षा के हिन्दीभाषा/हिन्दी-भाषा (‘हिन्दी भाषा’ अशुद्ध है।) /सामान्य हिन्दी और हिन्दीसाहित्य/ हिन्दी-साहित्य […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 8, 2022 0

शुद्ध और उपयुक्त शब्द :– परिक्षा और परीक्षा। ★ परिक्षा– इस ‘परिक्षा’ शब्द की वर्तनी (अक्षरी) देखते ही कोई भी सुस्पष्ट शब्दों मे कह देगा– यह जो ‘परिक्षा’ शब्द दिख रहा है, पूरी तरह से […]

आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 4, 2022 0

अधोटंकित वाक्यों मे से कौन-सा वाक्य शुद्ध है?१- अन्विता घर से अस्पताल वापस लौट आयी है।२- अन्विता अस्पताल से वापस घर लौट आयी है।३- अस्पताल से घर अन्विता वापस आयी है।४- अन्विता लौट आयी है […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 30, 2022 0

◆ अशुद्ध और अनुपयुक्त शब्दप्रयोग :– शुभ कामना, शुभकामनाएं, शुभकामनाएँ, शुभ कामनाएँ, हार्दिक शुभकामना, हार्दिक शुभ कामना, हार्दिक शुभकामनाएं/हार्दिक शुभकामनाएँ तथा हार्दिक शुभ कामनाएं तथा हार्दिक शुभ कामनाएँ। ऊपर अशुद्ध और अनुपयुक्त शब्दप्रयोग के अन्तर्गत […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 29, 2022 0

प्राय: हमारे विद्यार्थी अपने वरिष्ठ सहयोगियों और अध्यापिका-अध्यापकों से प्रश्न करते हैं– Ph.D. का अर्थ है, ‘Doctor of Philosophy’ और जब इस लघ्वक्षर (लघु+अक्षर= लघ्वक्षर) (‘लघ्वाक्षर’ अशुद्ध है।) का पूर्णाक्षर-रूप मे उच्चारण करते हैं तब […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 27, 2022 0

अशुद्ध और अनुपयुक्तशब्द-प्रयोग–◆ शुभ कामना, शुभकामनाएं, शुभकामनाएँ, शुभ कामनाएँ, हार्दिक शुभकामना, हार्दिक शुभ कामना, हार्दिक शुभकामनाएं तथा हार्दिक शुभकामनाएँ।———————————-ऊपर अशुद्ध और अनुपयुक्त शब्दप्रयोग के अन्तर्गत जितने भी शब्द दिख रहे हैं, वे सभी-के-सभी [यहाँ दो […]

शुद्ध और उपयुक्त शब्दप्रयोग :– आभार, कृतज्ञता, धन्यवाद तथा साधुवाद

October 14, 2022 0

★ आभार– यह ऐसा शब्द है, जिसका लोग एक पारम्परिक शब्दार्थ के रूप मे प्रयोग करते आ रहे हैं। जब कोई किसी पर उपकार करता है तब उस उपकारी व्यक्ति के प्रति उपकृत व्यक्ति ‘आभार’ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की कर्मशाला ‘रायबरेली से लातूर तक’

September 20, 2022 0

भाषाविज्ञानी एवं समीक्षक, प्रयागराज के आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की शैक्षिक कर्मशाला का आरम्भ हो चुका है। विद्यार्थियों, अध्यापकों तथा मीडियाकर्मियों को कई दशक से शुद्ध हिन्दी बोलने और लिखने के प्रति आग्रहशील आचार्य पाण्डेय […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की कर्मशाला रायबरेली (उत्तरप्रदेश) से लातूर (महाराष्ट्र) की ओर

September 20, 2022 0

२५ सितम्बर से २८ सितम्बर तक की अवधि एक शैक्षिक, किन्तु कलात्मक संस्मरण की रचना कराने के प्रति आग्रहशील है। प्रयागराज से इन्दौर और इन्दौर से हैदराबाद, तदनन्तर (‘तद्न्तर’, ‘तद्नन्तर’, ‘तदन्तर’ अशुद्ध हैं।) गन्तव्य लातूर […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 29, 2022 0

यह पूरी पारदर्शी प्रतिक्रिया नीचे दिखाये गये प्रचारपत्र मे प्रयुक्त शब्दों और विराम-विरामेतर (‘विरामेत्तर’ अशुद्ध है।) चिह्नो के संदर्भ मे की गयी है। यह पढ़े-लिखे लोग का ‘विश्व हिन्दी संगठन’ है; परन्तु भाषाबोध के नाम […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का संदेश

July 17, 2022 0

शब्द :– भारी बहुमत से; प्रचण्ड बहुमत से; बहुत भारी बहुमत से; भयंकर बहुमत से। ये सभी शब्द अब सार्वजनिक सम्पत्ति हो चुके हैं; ज़ाहिर है, इन्हें पंचायती माल बना दिया गया है; यों (‘यूँ’ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

June 17, 2022 0

शब्द :— आरोपी-आरोपित आरोपी (वादी)– जो व्यक्ति किसी पर आरोप मढ़ता हो; जैसे– उसने मेरे घर चोरी की थी। आरोपित (प्रतिवादी)– जिस व्यक्ति पर आरोप मढ़ा जाये; जैसे– यही वह चोर है, जिसने चोरी की […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

June 16, 2022 0

■ निम्नलिखित वाक्य को शुद्ध करें–(यह वाक्य निर्देशात्मक है, इसलिए यहाँ ‘निर्देशक- चिह्न’ (–) प्रयुक्त हुआ है।)वाक्य– कल रुई(रूई) की खेती होती है। सकारण उत्तर•••••••••••••••यह प्रश्न देखने में सहज लग रहा है, जबकि है नहीं। […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

April 2, 2022 0

कल (३ अप्रैल) रविवार रहेगा। देश-देशान्तर मे बड़ी संख्या मे विद्यार्थी और प्रबुद्धवृन्द को ‘दैनिक जागरण-परिवार’ के सौजन्य से विगत छ: वर्षों से प्रस्तुत किये जा रहे इस भाषिक अभियान की चिर-प्रतीक्षा रहती है और […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 22, 2022 0

यह एक समाचार-चैनलद्वारा/चैनल-द्वारा प्रस्तुत किया गया समाचार है। (‘चैनल द्वारा’ अशुद्ध शब्द-प्रयोग है; क्योंकि दोनो शब्द पृथक्-पृथक् दिख रहे हैं, जबकि ‘चैनलद्वारा’/’चैनल-द्वारा’/’चैनल ‘के’ द्वारा’ सम्बन्धबोधक कारक है और षष्ठी तत्पुरुष समास का उदाहरण भी।) इस […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 19, 2022 0

••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••कोश– शब्दकोश; कोशिका (प्राकृतिक)।कोष– धन, द्रव्य, रुपये-पैसे, आभूषण इत्यादिक (कृत्रिम)।आगार– भाण्डार; निधि; स्थान; घर।कोशागार– शब्दनिधि, शब्दभाण्डार।कोषागार– धन-दौलत, ख़ज़ानाघर; जिस स्थान पर/जिस जगह रुपये-पैसे-आभूषण को संचित कर रखा गया हो। (सर्वाधिकार सुरक्षित– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 19, 2022 0

कल (२० मार्च) रविवार/रविवासर रहेगा। आप ‘दैनिक जागरण-परिवार’ के सौजन्य से विगत छ: वर्षों से प्रस्तुत की जा रही साप्ताहिक ‘भाषा की पाठशाला’ में अध्ययन करते आ रहे हैं। आप कल पाँच शब्दों के शुद्ध […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 11, 2022 0

इनमे से कौन-से शब्द शुद्ध हैं?(क) आनुशासनिक (ख) अनुशासनिक (ग) अनुषांगिक (घ) आनुषंगिक (ङ) अन्तर्रात्मा (च) अन्तरात्मा (छ) चामत्कारिक (ज) चमत्कारिक (झ) समाचारिक (ञ) सामाचारिक (ट) प्रामाणिक (ठ) प्रमाणिक (ड) सख्योचित (ढ) सख्युचित (ण) आनुषांगिक […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

March 6, 2022 0

अधोलिखित मे से कौन-से शब्द शुद्ध नहीं हैं और क्यों? (क) शतप्रतिशत (ख) सौ प्रतिशत (ग) दिनप्रतिदिन (घ) प्रतिदिन (च) स्त्रियोचित (छ) स्त्र्युचित (ज) आभ्यन्तर (झ) अभ्यन्तर उत्तर ग्रहण करें—(क) शतप्रतिशत (पुनरुक्ति-दोष– शत) (ग) दिनप्रतिदिन […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

February 23, 2022 0

किसी विषय के प्रश्नपत्र/प्रश्न-पत्र (‘प्रश्न पत्र’ अशुद्ध है।) मे यदि यह प्रश्न हो तो आपका उत्तर कौन-सा (यहाँ ‘क्या’ अशुद्ध है।) होगा? प्रश्न– इनमे से ‘हवा’ के लिए उपयुक्त शब्द है :– (यहाँ ‘है-‘ और […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

February 22, 2022 0

किसी विषय के प्रश्नपत्र/प्रश्न-पत्र (‘प्रश्न पत्र’ अशुद्ध है।) मे यदि यह प्रश्न हो तो आपका उत्तर कौन-सा (यहाँ ‘क्या’ अशुद्ध है।) होगा? प्रश्न– इनमे से ‘हवा’ के लिए उपयुक्त शब्द है :– (यहाँ ‘है-‘ और […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

February 18, 2022 0

आप प्रत्येक वर्ण के पञ्चमाक्षर/पंचमाक्षर का प्रयोग सम्बन्धित प्रत्येक शब्द में ‘लेखनी’ के माध्यम से तो कर सकते हैं; किन्तु ‘टंकण-माध्यम’ से वैसा सम्भव नहीं हो पा रहा है। ऐसा इसलिए कि सम्बन्धित ‘सॉफ़्टवेअर’ की […]

 भाषाई संकरता

February 14, 2022 0

राघवेन्द्र कुमार “राघव”-   निज भाषा उन्नति अहै सब उन्नति को मूल। निज भाषा के ज्ञान बिन मिटै न हिय को शूल ।। सारे विश्व में भाषा को देशों की पहचान माना जाता है । […]

कब तक अशुद्ध नाम ‘भारद्वाज आश्रम’ पढ़ते रहोगे?– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

January 30, 2022 0

प्रयागराज मे ‘आनन्द भवन’ के समीप ‘विश्वगुरु’ ‘भरद्वाज मुनि’ का आश्रम स्थित है। वही भरद्वाज-आश्रम, जहाँ प्रवास करते हुए, दस हज़ार विद्यार्थी प्रतिदिन अध्ययन किया करते थे। भरद्वाज मुनि को ही विश्व का प्रथम कुलाधिपति […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 20, 2022 0

● अधोलिखित वाक्यों को शुद्ध हिन्दी-भाषा मे बदलें :–(१) शिकायत के लह्जे मे उसने मुझसे कहा था।(२) उसकी चुनौती क़ाबिले रह्म नहीं है।(३) उसकी ईमानदारी ग़ौरतलब है।(४) उसकी आशंकाएँ बेवज्ह नहीं हैं।(५) उसकी तैयारियाँ मुकम्मल […]

‘सर्जनपीठ’ का ‘विश्व हिन्दी-भाषातिथि-महोत्सव’ सम्पन्न

January 10, 2022 0

हिन्दी का विकास शुद्धतापूर्वक हो, समय की माँग १० जनवरी को ‘विश्व हिन्दीभाषा-दिवस’ के उपलक्ष्य मे ‘सर्जनपीठ’ की ओर से सारस्वत सभागार, लूकरगंज, प्रयागराज मे १० जनवरी को अपराह्न १ बजे से ५ बजे तक […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

January 8, 2022 0

कल (९ जनवरी) रविवार रहेगा और आप कल के ‘दैनिक जागरण’, ‘नव दुनिया’ तथा ‘नई दुनिया’ के रविवासरीय ‘झंकार’ परिशिष्ट मे ‘हिंदी हैं हम’ के अन्तर्गत ‘भाषा की पाठशाला’ मे यह अध्ययन करेंगे कि ‘देवियों […]

देश के प्रबुद्ध-वर्ग की नववर्ष में हिन्दी-भाषा की शुद्धता के प्रति आग्रह की अभिव्यक्ति

January 1, 2022 0

नववर्ष में हिन्दीभाषा की शुद्धता के प्रति समाज को हमारे साहित्यकार, अध्यापक तथा पत्रकार-वर्ग जागरूक करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसका लक्षण उस समय दिखा जिस समय ‘सर्जनपीठ’, प्रयागराज की ओर से नववर्ष की पूर्व-सन्ध्या […]

व्याकरणाचार्य, भाषाविद् तथा भाषाविज्ञानी नरेन्द्र मोदी की जय हो!

December 29, 2021 0

मेरे प्रश्न और विद्यार्थियों के उत्तर••••••••••••••••••••••••••••••••••••• ● पिछले दिनो सागर (म० प्र०) मे अपनी कर्मशाला मे मैने एक प्रश्न किया था :–इनमे से ‘विकलांग’ के अर्थ मे कौन-सा शब्द शुद्ध है ?(ए) दिव्यांग (बी) अपांग(सी) […]

विद्या-अर्जित करने के लिए संस्कार की आवश्यकता— आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

December 24, 2021 0

आज (२३ दिसम्बर) गढ़ाकोटा, सागर-स्थित शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिन्दी-विभाग की ओर से ‘अध्ययन-अध्यापन मे हिन्दी-भाषा की उपयोगिता और महत्ता’ विषय पर एकदिवसीय राष्ट्रीय कर्मशाला का आयोजन महाविद्यालय-सभागार मे किया गया। इस कर्मशाला मे प्रयागराज […]

शुद्ध उच्चारण और लेखन आचरण की सभ्यता को प्रकट करते हैं– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

December 22, 2021 0

● हटा शासकीय महाविद्यालय की कर्मशाला सम्पन्न मध्यप्रदेश राज्य के दमोह ज़िले के अन्तर्गत हटा-क्षेत्र के शासकीय महाविद्यालय मे आयोजित द्विदिवसीय शैक्षणिक कर्मशाला (२१-२२ दिसम्बर) का कल (२२ दिसम्बर) समापन-अवसर था। इस अवसर पर दो […]

गढ़ाकोटा महाविद्यालय में 23 दिसंबर, गुरुवार को आयोजित होगी राष्ट्रीय कार्यशाला

December 22, 2021 0

● देश के भाषाविज्ञानी, समालोचक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘अध्ययन-अध्यापन में शुद्ध हिंदी की उपयोगिता’ पर देंगे विद्यार्थियों तथा शिक्षकों को प्रशिक्षण गढ़ाकोटा 22 दिसंबर, 2021 शासकीय पी०जी० कॉलेज गढ़ाकोटा में हिन्दी-विभाग द्वारा 23 दिसंबर, […]

डाइट, मथुरा से वापसी का अन्तिम क्षण मन-प्राण को आन्दोलित करता रहा!

December 19, 2021 0

सायं सवा सात बजे के लगभग वे छात्राएँ, जिन्होंने लगातार तीन दिनों तक गुरु का सान्निध्य ग्रहण किया था, उनमे से कुछ अकस्मात् गुरु के प्रवासस्थल पर पहुँच गयीं। सभी ने डाइट के उपशिक्षानिदेशक एवं […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का ‘अपनी भाषा सुधारें’ अभियान अब मध्यप्रदेश में

December 19, 2021 0

‘ज़िला शिक्षा एवं प्रशिक्षण-केन्द्र’ (डाइट, मथुरा) की त्रिदिवसीय (१६-१७-१८ दिसम्बर) ऐतिहासिक ‘भाषा-शिक्षण-प्रशिक्षणकर्मशाला’ के बाद अब भाषाविज्ञानी और समालोचक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय हटा, दमोह (म० प्र)) में द्विदिवसीय कर्मशाला (२१-२२ दिसम्बर) ‘शिक्षण-प्रशिक्षण में मौखिक और […]

अध्ययन और अभ्यास-द्वारा शुद्ध लेखन करना सीखें– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

December 17, 2021 0

राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी ‘राघव’ “हिन्दी हमारी मातृभाषा है, इसलिए हमारा अपनी भाषा के प्रति उत्कट अनुराग होना चाहिए। हमे अपनी माँ के प्रति जितनी श्रद्धा होती है उतनी ही अपनी भाषा के प्रति भी होनी […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने हिन्दी भाषा-कर्मशाला में समझायीं भाषा और व्याकरण की बारीक़ियाँ

December 16, 2021 0

● शुद्ध हिन्दी का उच्चारण और लेखन-स्तर पर ग्रहण करने की विकसित करें क्षमता ज़िला शिक्षा एवं प्रशिक्षण-संस्थान (डाइट), मथुरा के संयोजन में डाइट के मुक्तांगन में गुरुवार से आयोजित की जा रही त्रिदिवसीय हिन्दीभाषा-कर्मशाला […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का देशव्यापी अभियान ‘अपनी भाषा सुधारें’ १६ दिसम्बर से प्रारम्भ

December 14, 2021 0

भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का जो चिर-परिचित अभियान ‘अपनी भाषा सुधारें’ कोरोना-दुष्प्रभाव के कारण थम गया था, अब उसे गति मिल चुकी है। वे अपने अभियान का आरम्भ मथुरा से करेंगे, जो दमोह तथा […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 9, 2021 0

■ ‘दारा’ शब्द को समझें इसका मूल शब्द ‘दार’ है, जो कि ‘दृ’ धातु का शब्द है। ‘दृ’ का अर्थ ‘विदारण करना’/’बीच मे से पृथक् करके दो अथवा अधिक टुकड़े करना’ होता है। इस धातु […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 5, 2021 0

आइए! ‘उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग’ के अधिकारियों की पीठ थपथपायें देश के समस्त प्रतियोगी विद्यार्थिवृन्द!अत्यन्त गर्व और गौरव का विषय है कि ‘उत्तरप्रदेश लोक सेवा आयोग’, प्रयागराज की ओर से आज (५ दिसम्बर) उत्तरप्रदेश के […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

December 3, 2021 0

प्रिय विद्यार्थिवृन्द!अभी हाल ही में अधोलिखित सेवाओं के लिए उनकी प्रारम्भिक परीक्षाओं के परिणाम घोषित किये गये हैं।गहनतापूर्वक विचार करें– उत्तरप्रदेश सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पी० सी० एस०) और सहायक वन संरक्षक/क्षेत्रीय वन अधिकारी (ए० […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 27, 2021 0

कल के शब्द :– रेल और रेलवे। कल (२८ नवम्बर) रविवार रहेगा और आपको देश के शीर्षस्थ दैनिक हिन्दी-समाचारपत्र ‘दैनिक जागरण’ और मध्यप्रदेश के पाठकप्रिय दैनिक हिन्दी-समाचारपत्र ‘नई दुनिया’ और ‘नव दुनिया’ के कल के […]

सूचना : ‘संलाप’ (कथोपकथन)-गठनविषयक/गठन-विषयक

November 14, 2021 0

हम एक ऐसे समूह का गठन करनेवाले हैं, जिसका उद्देश्य हमारे विद्यार्थियों, अध्यापक-अध्यापिकाओं तथा अन्य प्रबुद्धवृन्द की ताथ्यिक-तार्किक सामर्थ्य में अभिवृद्धि करना है। इसमें पूर्वग्रहितरहित विचारों को ही स्वीकार किया जायेगा। हमारे समूह का नाम […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

November 10, 2021 0

देश के प्रसिद्ध कोचिंग-संस्थान ‘दृष्टि’ की ओर से आयोजित एक छद्म साक्षात् परीक्षा (साक्षात्कार परीक्षा’ अशुद्ध है।) का मूल्यांकन आई० ए० एस०-सेवा के लिए सुनीता नामक अभ्यर्थिनी छद्म ‘साक्षात् परीक्षा’ के लिए बुलायी गयी थी। […]

‘डी० लिट्०’ करने के लिए ‘अनन्य’ विषय

October 29, 2021 0

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला हमारे विद्यार्थी और अध्यापक-अध्यापिका वृन्द ‘डी० लिट्०’ (डि. लिट., डि. लिट्., डि० लिट०, डि० लिट्०, डी. लिट., डी. लिट्. तथा डी० लिट० अशुद्ध हैं।) उपाधि अर्जित (यहाँ ‘प्राप्त करने’ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

October 23, 2021 0

◆ शब्द– अल्ला और अल्लाह।★ अल्ला– यह ‘संस्कृत-भाषा’ का शब्द है, जो लिंग-निर्धारण के अन्तर्गत स्त्रीलिंग का शब्द है। अधिकतर कोशकार ‘अल्ला’ शब्द को ‘अरबी-भाषा’ बताते हैं, जो कि ‘भयंकर’ दोष है। शब्दभेद की दृष्टि […]

‘दैनिक जागरण’, आगरा-कार्यालय में भाषिक कर्मशाला का प्रभावकारी आयोजन

October 6, 2021 0

कल (५ अक्तूबर) ‘दैनिक जागरण’, आगरा-कार्यालय में पत्रकारवृन्द के लिए आयोजित ‘भाषिक कर्मशाला’ अति उपयोगी और महत्त्व की रही। पत्रकारीय कर्म करते हुए, कहाँ पर किस शब्द का प्रयोग करना चाहिए और नहीं करना चाहिए, […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का ‘मौखिक और लिखित भाषा-प्रयोग में अशुद्धियाँ’ पर आगरा में व्याख्यान

October 5, 2021 0

भाषाविज्ञानी और समीक्षक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय को ‘नागरी प्रचारिणी सभा’, आगरा की ओर से आयोजित एक सारस्वत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमन्त्रित किया गया है। वे ६ अक्तूबर को नागरी प्रचारिणी […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की प्रायोगिक पाठशाला

September 27, 2021 0

● समाचार-चैनल : ‘न्यूज़ 24’ यहाँ सबसे ऊपर एक चित्र है। इस चित्र के अन्तर्गत दिखाये गये समाचारों का शब्दानुशासन के निकष पर हम भाषिक परीक्षण करेंगे। आइए! चलते हैं, अपनी ‘प्रायोगिक भाषिक कर्मशाला में।अब […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

September 26, 2021 0

निम्नांकित शब्दों को सविस्तार समझने के लिए अपने स्वस्थ तर्क-चिन्तन को बोध का आधार बनायें। शुद्ध और उपयुक्त शब्द :– समाधि, उठावनी, पंचतत्त्व में विलीन, पार्थिव शरीर तथा पन्ना-पृष्ठ/पेज। ★ समाधि– इस शब्द को लेकर […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का संदेश

September 19, 2021 0

सामर्थ्य के अवयव (तर्क अथवा वाक्य के पञ्च अंग :– उदाहरण, उपनयन, निगमन, प्रतिज्ञा तथा हेतु) सभी के भीतर हैं; आवश्यकता है, टटोलने की। सामर्थ्य पहले भ्रूणावस्था में रहती है, फिर भीतर-ही-भीतर उसका विकास होता […]

‘आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की प्रायोगिक पाठशाला’

September 18, 2021 0

◆ ऊपर दिये गये ‘चित्र’ को गम्भीरतापूर्वक देखें।● न हिन्दी का ज्ञान और न ही अँगरेज़ी का बोध!‘बस-विभाग’ की विमूढ़ता या फिर ‘वाराणसी विकास प्राधिकरण’ का प्रमाद कहा जाये– न हिन्दी का संज्ञान और न […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

September 17, 2021 0

प्रश्न– आपको अधोलिखित शब्दों में से जो शब्द/ शब्दप्रयोग अशुद्ध लगते हों, उन्हें शुद्ध करते हुए लिखें—१- समन्दर२- जीवन में सुख और दुख दोनों है।३- पाठ्येत्तर और शिक्षणेतर४- ऋषि पातंजली एवंम् पाणिनि५- उसके साँसों/श्वास में […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

September 6, 2021 0

◆ निम्नांकित वाक्यों/वाक्यांशों को शुद्ध करें :–१- फुलों का विकसित होने से।२- गाड़ी से तीन सवारी गिरा।३- शपथनी का कथन।४- पौधरोपण की।५- उसने श्राप दी।६- महिला कार्यकर्ता आते। शुद्ध उत्तर हैं :–(१) कलियों के विकसित […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की रविवासरीय/रविवारीय पाठशाला में ‘कल’

September 4, 2021 0

लगभग चार वर्षों से देश के शीर्षस्थ हिन्दी-दैनिक समाचारपत्र ‘दैनिक जागरण’ में हमारी ‘भाषा की पाठशाला’ अनवरत प्रकाशित होती आ रही है। पहले यह ‘प्रति शनिवार’ को सप्तरंग पृष्ठ पर अपना भाषिक आकार ग्रहण करते […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का संदेश

September 4, 2021 0

जो भी जन यह मानते हैं कि तपस्या करने के लिए किसी ‘उपत्यका’ (पहाड़ के समीप का भूभाग/भू-भाग/भू का भाग– षष्ठी तत्पुरुष समास; सम्बन्ध कारक) अथवा ‘अधित्यका’ (पहाड़ के ऊपर का समतल भूभाग) की आवश्यकता […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का संदेश

August 28, 2021 0

नदी अपनी स्वाभाविक गति में (‘गति से’ अशुद्ध है।) बहती रहती है। एक ढेला फेंकने के बाद कुछ क्षण तक जलान्दोलन बना रहता है, तदनन्तर वह अपनी पूर्व-गति पुन: प्राप्त कर लेती है। वह ढेले […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की रविवासरीय/रविवारीय पाठशाला में ‘कल’

August 21, 2021 0

लगभग चार वर्षों से देश के शीर्षस्थ हिन्दी-दैनिक समाचारपत्र ‘दैनिक जागरण’ समाचारपत्र में हमारी ‘भाषा की पाठशाला’ अनवरत प्रकाशित होती आ रही है। पहले यह पाठशाला ‘प्रति शनिवार’ को सप्तरंग पृष्ठ पर अपना भाषिक आकार […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का संदेश

August 21, 2021 0

मनुष्य का जीवन जीवधारी के कठोर साधना और सत्कर्म के परिणामस्वरूप प्राप्त होता है, जिसे ‘सर्वोत्तम योनि’ की संज्ञा प्राप्त है। ऐसे में, यदि मनुष्य साधनारहित होकर प्रतिकूल आचरण करता रहता है तो उसका संचित […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

August 13, 2021 0

‘अथर्ववेद’ की एक पंक्ति है, जिसका अर्थ है– जो कुछ भी सम्यक् रूपेण लेखन किया जाता है, वह द्रष्टव्य (‘दृष्टव्य’ अशुद्ध है)/देखने-योग्य/देखनेयोग्य/देखने के योग्य (‘देखने योग्य’ अशुद्ध है।) है। ऐसे में, यहाँ यह एक प्रश्न […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

August 8, 2021 0

हे देश के भावी कर्णधार! चाहे तुम अधिक व्याकरण न पढ़ो; परन्तु थोड़ा-बहुत पढ़ो अवश्य, जिससे ‘स्वजन’ (प्रिय बन्धु) और ‘श्वजन’ (कुत्तारूपी बन्धु) शब्दों का अनुपयुक्त प्रयोग न कर सको; ‘सकृत’ (एक बार) के स्थान […]

विद्यार्थियों और अध्यापनकर्म करनेवालों के लिए अत्युपयोगी कर्मशाला सम्पन्न

August 1, 2021 0

•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••आज (१ अगस्त) की भाषा-व्याकरण-भाषाविज्ञान-साहित्य-विषयक आन्तर्जालिक कर्मशाला सभी के लिए उपयोगी रही। हिन्दीकवि और गीतकार नीतेश मिश्र जी प्रश्नकर्त्ता की भूमिका में रहे। सहभागियों का उत्साह और सीखने-जानने-समझने के प्रति ललक अनुकरणीय रही। सहभागी इतने […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 17, 2021 0

विचारणीय शब्द :– ● पूर्वाग्रह● पूर्वग्रह● प्रणाम ● पूर्वाग्रह– यह दीर्घ स्वर सन्धि का उदाहरण है और षष्ठी तत्पुरुष समास का भी। पूर्वाग्रह में प्रामाणिक-अप्रामाणिक और अविवादित-विवादित विषय आते हैं। ऐसे में, कौन कब अप्रामाणिक-विवादास्पद […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 16, 2021 0

■ ओलम्पिक और ओलिम्पिक इन दोनों में शुद्ध और उपयुक्त शब्द ‘ओलिम्पिक’ है। ईसा-पूर्व ७७६ में ‘ओलिम्पिया’ में प्राचीन ओलिम्पिक-खेलों का समारम्भ किया गया था। ओलिम्पिया यूनान के पश्चिम-भाग में स्थित है, जिसे ओलिम्पिक का […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 16, 2021 0

कल (१७ जुलाई) ‘शनिवार’ रहेगा और आप ‘दैनिक जागरण’, ‘नई दुनिया’ तथा ‘नव दुनिया’ के समस्त संस्करणों में कल एक साथ प्रकाशित साप्ताहिक स्तम्भ ‘भाषा की पाठशाला’ के अन्तर्गत ‘अभिभूत’, ‘भास्कर’, ‘भास्वर’, ‘भाकर’ आदिक शब्दों […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 13, 2021 0

••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••शब्दविचार••••••••••••••• परम–१- किसी क्षेत्र में सर्वाधिक उन्नत, सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण।२- किसी दिशा अथवा सीमा में अग्रसर (सबसे आगे बढ़कर चलनेवाला)।३- जिसके हाथों में सम्पूर्ण शक्ति हो (शक्तिमान्)इनके अतिरिक्त मुख्य; आदिम को भी ‘परम’ कहते हैं।उदाहरण के […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 9, 2021 0

•••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••••कल (१० जुलाई) ‘शनिवार’ रहेगा और आप ‘दैनिक जागरण’, ‘नई दुनिया’ तथा ‘नव दुनिया’ के समस्त संस्करणों में कल एक साथ प्रकाशित साप्ताहिक स्तम्भ ‘भाषा की पाठशाला’ के अन्तर्गत ‘मान्यता’, ‘विदेश’, ‘रोग’, ‘जोग’ आदिक शब्दों […]

कल (७ जुलाई) की ‘अमर उजाला उड़ान’ के ‘मार्गदर्शन’ में सफलता के लिए ‘धैर्य और संयम’ का पठन-पाठन

July 6, 2021 0

प्रिय विद्यार्थिवृन्द!सारस्वत पथ पर अग्रसर रहे! कल आता है; क्योंकि कल ७ जुलाई है और दिन बुद्धवार। आप इसी दिन प्रतिसप्ताह ‘अमर उजाला उड़ान’ पत्रिका में ‘मार्गदर्शन’ स्तम्भ के अन्तर्गत ‘व्यक्तित्व-संवर्द्धन’ और ‘व्यक्तित्व-परीक्षण’ से सम्बन्धित […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 3, 2021 0

टी० ह्वी० पर विद्यार्थियों को शिक्षित करने के उद्देश्य से ‘किशोर-मंच’ नामक एक ‘चैनल’ संचालित किया जाता है। आज (३ जुलाई) ‘किशोर-मंच’ चैनल पर रात्रि ११ बजे एक शिक्षक कक्षा नौ की पुस्तक स्पर्श, पाठ […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

July 2, 2021 0

कल (३ जुलाई) ‘शनिवार’ रहेगा और आप ‘दैनिक जागरण’, ‘नई दुनिया’ तथा ‘नव दुनिया’ के समस्त संस्करणों में कल एक साथ प्रकाशित साप्ताहिक स्तम्भ ‘भाषा की पाठशाला’ के अन्तर्गत ‘महाभाग-महाभागी’, ‘श्रीमान्-श्रीमन्त’, ‘महानुभाव’, ‘महोदय’ आदिक शब्दों […]

पढ़े-लिखे लोग का ज़िन्दा रहना किसलिए?

July 1, 2021 0

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय “पत्रकारिता की भाषा ‘आम आदमी’ की हो।” एक कथोपकथन (संवाद) के दौरान प्रतिष्ठित पत्रकार प्रभाष जोशी जी ने कभी मुझसे कहा था। पत्रकारिता की भाषा आम आदमी की हो और […]

क्या होता है अर्धतत्सम शब्द या प्राकृत? पढ़िए और समझिये

June 29, 2021 0

डॉ० शक्तिधरनाथ पाण्डेय : शब्दों के बनावट के आधार पर मुख्यतः तत्सम, तद्भव, देशज और विदेशज ये चार भेद हैं। किन्तु इन मुख्य भेदों के अतिरिक्त अर्धतत्सम भेद उन्हें कहा जाता है जो शब्दों के […]

आचार्य पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला में अमर उजाला के कल के अंक में ‘आलस्य की पाठशाला’

June 29, 2021 0

प्रिय विद्यार्थिवृन्द!सारस्वत पथ पर अग्रसर रहे! कल आता है; क्योंकि कल ३० जून है और दिन बुद्धवार। आप इसी दिन प्रतिसप्ताह ‘अमर उजाला उड़ान’ पत्रिका में ‘मार्गदर्शन’ स्तम्भ के अन्तर्गत ‘व्यक्तित्व-संवर्द्धन’ और ‘व्यक्तित्व-परीक्षण’ से सम्बन्धित […]

आपका अनन्य समूह ‘शब्दसंधान’ में स्वागत है

June 27, 2021 0

आत्मीय प्रबुद्धवृन्द!यथोचित अभिवादन। आप यदि शुद्ध और उपयुक्त हिन्दी-शब्दों को जानना-समझना चाहते हों तो हमने आपके लिए एक ऐसे समूह का गठन (यहाँ ‘निर्माण’ शब्द अशुद्ध है और अनुपयुक्त भी।) किया है, जिसमें बड़ी संख्या […]

उच्चारण और लेखन-शुद्धता के प्रति सजग रहें– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

June 26, 2021 0

डी० ए० वी० पश्चिम बंगाल-प्रक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रशिक्षण-केन्द्र-द्वारा क्षमता-संवर्द्धन प्रशिक्षण-कार्यक्रम में व्याकरण का संज्ञान कराने के लिए डी० ए० वी० मॉडल स्कूल के बीस विद्यालयों की हिन्दी-अध्यापक- अध्यापिकाओं को भाषाविद्-भाषाविज्ञानी आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ने […]

मातृभाषा में शिक्षण करना हस्तामलक नहीं– आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय

June 23, 2021 0

नेहरू ग्रामभारती मानित विश्वविद्यालय और केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय का संयुक्त राष्ट्रीय आयोजन ★ प्रस्तोता– राघवेन्द्र कुमार राघव (सम्पादक आईवी24, अवध रहस्य साप्ताहिक) “पैदा होने के बाद शिशु जो कुछ भी उच्चारित करता है, वह उसकी […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

June 18, 2021 0

कल (१९ जून) ‘शनिवार’ रहेगा और आप ‘दैनिक जागरण’, ‘नई दुनिया’ तथा ‘नव दुनिया’ के समस्त संस्करणों में कल एक साथ प्रकाशित साप्ताहिक स्तम्भ ‘भाषा की पाठशाला’ के अन्तर्गत ‘जन्मजयन्ती’, ‘जयन्ती’, ‘जन्मदिन’, ‘जन्मतिथि’ तथा कई […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की पाठशाला

June 17, 2021 0

••••••••••••••••••••••••••••••••••◆ निम्नलिखित अशुद्ध वाक्य को कारण-सहित विशद (स्पष्ट) रूप में शुद्ध करें।■ अशुद्ध वाक्य है– प्राधानाचार्या महोदय! आपके दर्शनों को पाकर मैं अभिभूति हूँ।● अब इस वाक्य की अशुद्धियों को विस्तारपूर्वक समझते हुए, इसके शुद्ध […]

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