एक किसान के हृदय की व्यथा
दिन-रात वे खेतों पर ,कितना काम करते,उनकी मेहनत को हम क्यों नहीं देखते? खुद भूखा रहकर दूसरों के लिए अन्न उगाते,क्या! हम उनको सही मूल्य दे पाते । उनसे सस्ते भाव में सौदा करते,बाजारों में […]
दिन-रात वे खेतों पर ,कितना काम करते,उनकी मेहनत को हम क्यों नहीं देखते? खुद भूखा रहकर दूसरों के लिए अन्न उगाते,क्या! हम उनको सही मूल्य दे पाते । उनसे सस्ते भाव में सौदा करते,बाजारों में […]