आप उतना ही कहें जितना अपने कहे हुए को पूरा कर सकें
आचार्य पण्डित पृथ्वीनाथ पाण्डेय का संदेश आप उतना ही कहें जितना अपने कहे हुए को पूरा कर सकें (कथनी-करनी एक-जैसी रहे और दिखे।) (सर्वाधिकार सुरक्षित― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; १५ जनवरी, २०२३ ईसवी।)