एक आह्वान : आओ! उठो! एक अभिनव अभियान के साक्षी बनें
डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आओ! आकाश को उतार लें, इस धरती पर। क्षितिज को बाँध लें, अपनी मुट्ठी में। सूरज को उगा लें, अपनी हथेली पर। सागर को सिमटा लें, अपनी आँखों में। पर्वत को बो […]
डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आओ! आकाश को उतार लें, इस धरती पर। क्षितिज को बाँध लें, अपनी मुट्ठी में। सूरज को उगा लें, अपनी हथेली पर। सागर को सिमटा लें, अपनी आँखों में। पर्वत को बो […]
इलाहाबाद के साहित्यिक इतिहास में पहली बार ‘नुक्कड़ साहित्यिक परिचर्चा’ और ‘पर्यावरण पर केन्द्रित काव्यपाठ’ का आयोजन प्रकृतिसंरक्षण-मंच ‘साहित्यांजलि प्रज्योदि’ के तत्त्वावधान में भाषाविद् डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय की अध्यक्षता और शिक्षाविद् प्रो० रामकिशोर शर्मा के […]