जन्मभूमि की बदहाली पर दो शब्द
डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी “गंजरहा” ऐ जन्मभूमि बहराइच ! नीति आयोग की रिपोर्ट आई है ,तुम्हें भारत के अग्रगण्य पिछड़े जिलों मे रखा गया है । भगवान बुद्ध की तपोस्थली, मुसलमानों का बड़ा तीर्थ प्रदेश […]
डॉ. दिवाकर दत्त त्रिपाठी “गंजरहा” ऐ जन्मभूमि बहराइच ! नीति आयोग की रिपोर्ट आई है ,तुम्हें भारत के अग्रगण्य पिछड़े जिलों मे रखा गया है । भगवान बुद्ध की तपोस्थली, मुसलमानों का बड़ा तीर्थ प्रदेश […]
डा. दिवाकर दत्त त्रिपाठी सिंहों की खातिर पिंजड़े है , श्वानों को सिंहासन मिलता । मिल रहे कैक्टस को गमले, कीचड़ के बीच कमल खिलता । होते अयोग्य हर दिन पदस्थ , मेधावी भटक रहे […]