अपसंस्कृति है कट्टरवादी-वहाबी आतंकवाद
राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी “राघव”- जब अकर्मण्यता को छिपाकर जीवन जीने के लिए आवश्यक संसाधनों को सच्चाई और पुरुषार्थ से जुटाने की बजाय हिंसा से छीन लिया जाता हैए चोरी कही जाती है । इससे चोर […]
राघवेन्द्र कुमार त्रिपाठी “राघव”- जब अकर्मण्यता को छिपाकर जीवन जीने के लिए आवश्यक संसाधनों को सच्चाई और पुरुषार्थ से जुटाने की बजाय हिंसा से छीन लिया जाता हैए चोरी कही जाती है । इससे चोर […]
——० ज्वलन्त विषय ०—– डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आज सम्पूर्ण देश में एक ‘बालिका से लेकर वृद्धा’ तक के साथ जिस तरह का दुराचरण किया जा रहा है; बलप्रयोग करते हुए, उनके साथ जघन्य और बीभत्स […]