“हिमालय का बेटा” सुन्दर लाल बहुगुणा अनन्तयात्रा पर…
(शाश्वत तिवारी) प्रकृति उनकी माँ थी। पेड़ पौधे उनकेअपने सगे थे। वह पर्यावरण, हिमालय, जल, जंगल, जमीन पर लोगों के हक- हकूकों के पैरोकार थे। यह बात चिपको आन्दोलन के प्रणेता, स्वतंत्रता सेनानी, प्रख्यात पर्यावरणविद् […]