एक दिन यही आरक्षण देश का विभाजन करेगा!
डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आरक्षण को बनाये रखने के ‘औचित्य’ की समीक्षा अब अपरिहार्य है। आरक्षण १० वर्षों के लिए था, फिर बिना इसकी समीक्षा किये क्यों बढ़ाया जाता रहा है? ग़रीबी कुछ जातियों-वर्गों में है? […]
डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आरक्षण को बनाये रखने के ‘औचित्य’ की समीक्षा अब अपरिहार्य है। आरक्षण १० वर्षों के लिए था, फिर बिना इसकी समीक्षा किये क्यों बढ़ाया जाता रहा है? ग़रीबी कुछ जातियों-वर्गों में है? […]