देश को आर्थिक ग़ुलामी की ओर ले जाती सरकार

July 9, 2023 0

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘नोट-परिवर्त्तन’ (नोटबन्दी), ‘जी०एस०टी०’, ‘अघोषित मूल्यवृद्धि’ आदिक कृत्यों के परिणाम देश के सम्मुख नकारात्मक रूप मे आ चुके हैं। जो भी लाभ मिला, वह सरकार के राजस्व के पक्ष मे रहा और […]

पूंजीवादी और साम्यवादी विचारधारा से नहीं; भारत की आध्यात्मिकता से उपजे अर्थशास्त्र की आवश्यकता : आचार्य वाजपेयी

December 28, 2022 0

विश्व मे दो अर्थशास्त्रीय धाराएं विद्यमान है– एक पूंजीवादी और दूसरी साम्यवादी। यद्यपि दोनों सतह पर अलग अलग दिखती है परंतु दोनों एक ही दर्शन से उत्पन्न है। दोनों मे पदार्थ, भौतिकवाद, उपभोग, मुद्रा प्रदर्शन, […]

भारत की चरमराती अर्थव्यवस्था के लिए उत्तरदायी कौन?— दो और अन्तिम भाग

October 10, 2022 0

● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय भारत की चरमराती अर्थव्यवस्था के लिए उत्तरदायी कौन?— एक हम इस तथ्य को अस्वीकार नहीं कर सकते कि मोदी-सरकार लगातार क़र्ज़ लेती आ रही है; किन्तु उसे पटा नहीं पा […]

सारा खेल ही मुद्रा पर अधिभार लगाने से शुरू होता है

April 26, 2022 0

Reserve Bank of India जिसदिन रेपो रेट 0% कर देगी उसीदिन से महँगाई पूर्णतः कंट्रोल में आ जायेगी। क्योंकि सारा खेल ही मुद्रा पर अधिभार लगाने से शुरू होता है।चूँकि मुद्रा आम नागरिकों के परिश्रम […]

ईस्टर के अवसर पर भारत ने आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंकाई परिवारों में बांटा राशन

April 18, 2022 0

अभूतपूर्व आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका की राजधानी कोलम्बो के एक चर्च में शुक्रवार को भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) ने ईस्टर का त्योहार मनाया और कार्यक्रम में शामिल लोगों को राशन वितरित किया। […]

विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों के आर्थिक आतंकवाद से भारत के परंपरागत व्यापारियों को बचाने की मांग

July 4, 2021 0

उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल का 10 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल लखनऊ के सांसद एवं केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से मिला, उनसे विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों के आर्थिक आतंकवाद से भारत के परंपरागत व्यापारियों को […]

देश आर्थिक ग़ुलामी की ओर!

July 3, 2018 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय ‘नोट-परिवर्त्तन’ (नोटबन्दी), ‘जी०एस०टी०’, ‘अघोषित मूल्यवृद्धि’ आदिक कृत्यों के परिणाम देश के सम्मुख नकारात्मक रूप में आ चुके हैं। जो भी लाभ मिला, वह सरकार के राजस्व के पक्ष में रहा और देश-नेतृत्व […]