देश के साहित्यकारो! आग उगलने का समय आ चुका है
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आप गीत, ग़ज़ल, कविता, दोहा, विचार आदिक में आदर्शवाद की बात बिलकुल न करें; तीज-त्योहार के वर्णन करने में समय का अपव्यय न करें और न ही अपने भीतर के […]
★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आप गीत, ग़ज़ल, कविता, दोहा, विचार आदिक में आदर्शवाद की बात बिलकुल न करें; तीज-त्योहार के वर्णन करने में समय का अपव्यय न करें और न ही अपने भीतर के […]