विदेशी भाषा का किसी भी स्वतन्त्र राष्ट्र की राज-काज और शिक्षा की भाषा होना सांस्कृतिक दासता

September 13, 2023 0

भाषा यादृच्छिक ध्वनि प्रतीकों की व्यवस्था है। यह विचारों की संवाहिका और संप्रेषण का सशक्त माध्यम है। हमें अपनी बात दूसरों तक पहुंचाने तथा दूसरों की बात समझने के लिए एक ‘संपर्क भाषा’ की जरूरत […]

विदेश मे बढ़ा हिन्दी के प्रति लगाव, फिजी मे १२वें विश्व हिन्दी सम्मेलन का होगा आयोजन

February 13, 2023 0

भारत के विश्वगुरु बनने का सपना साकार होता दिखायी दे रहा है, वहीं यहाँ की मातृभाषा हिन्दी की प्रसिद्धि भी विश्वभर मे फैल रही है। प्रधानमन्त्री मोदी हमेशा हिन्दी का समादर व व्यवहार करते हैं। […]

आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय का ‘मौखिक और लिखित भाषा-प्रयोग में अशुद्धियाँ’ पर आगरा में व्याख्यान

October 5, 2021 0

भाषाविज्ञानी और समीक्षक आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय को ‘नागरी प्रचारिणी सभा’, आगरा की ओर से आयोजित एक सारस्वत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमन्त्रित किया गया है। वे ६ अक्तूबर को नागरी प्रचारिणी […]

कान पकाती सदाबहार ज़ुम्लेबाज़ी

February 6, 2021 0

★ आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय आरोपी (यहाँ शुद्ध और उपयुक्त शब्द ‘आरोपित’ है।) पकड़ लिये गये हैं; गिरफ़्तारी (शुद्ध शब्द ‘गिरिफ़्तारी’ है।) हो गयी है; निलम्बित किये गये हैं; जाँच के आदेश दे दिये गये […]

हिन्दी भाषा की शुचिता और राष्ट्रभाषा पर प्रश्न

November 20, 2017 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय- हमारे देश में ऐसे लोग की संख्या बहुत है, जो कहते हुए सुने जाते हैं : भाषा की शुद्धता ज़रूरी नहीं है; भाषा किसी भी तरह से सम्प्रेषित हो जाये, यही हमारा […]