नरेन्द्र मोदी को ‘चैम्पियन्स ऑव़ द अर्थ’ एवार्ड देने का औचित्य?

October 5, 2018 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ‘एवार्ड’ देने की बेईमानी किस तरह से की जाती है, इसे अपने देश में ही रहकर समझा जा सकता है। हमारे देश में सड़क और रेल-मार्गों के किनारे वर्षों […]

योग की वास्तविक व्याख्या

September 3, 2018 0

राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित” (योग गुरु, कवि, साहित्यकार) योग शब्द संस्कृत धातु “युज” से निकला है जिसका अर्थ है व्यक्तिगत चेतना या आत्मा का आत्मा से मिलन। योग भारीय ज्ञान की एक पुरानी एक शैली है। […]

प्लास्टिक थैलियों-थैलों के प्रतिबन्धित करने का औचित्य?

July 7, 2018 0

आश्चर्य होता है, जब केन्द्र और राज्य की सरकारें प्लास्टिक की थैलियों पर प्रतिबन्ध की बात करती हैं; किन्तु उसमें भी विभेद करती नज़र आती हैं। सरकारें अपनी सुविधा के लिए दो नाम बना लिये […]

भारतीय समाज में आरक्षण का औचित्य?

June 27, 2018 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय केन्द्र-शासन की आरक्षण-नीति की स्पष्ट मंशा अब समझ में आने लगी है कि देश को योग्य, कर्मठ तथा प्रतिभाशाली जातियों की आवश्यकता नहीं है। या तो संख्या के आधार पर जातियों को […]

भाषा-विमर्श : शब्द-अर्थ-प्रयोग पर व्याकरणाचार्य मौन क्यों ?

December 18, 2017 0

डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय – शब्द-अर्थ-प्रयोग-विडम्बना :—- शोध का विषय है। आत्मा : ‘आत्मा’ को स्त्रीलिंग में प्रयोग किया जाता है। परमात्मा : ‘परमात्मा’ को पुल्लिंग (पुंलिंग) में प्रयोग किया जाता है। इस शब्द में भी […]