फ़िर कभी न अश्क़ से हम, यों मोहब्बत को भिगोएँगे

May 11, 2019 0

गीत जगन्नाथ शुक्ल..✍ (प्रयागराज) चल ग़ज़ल हम फ़ातिहा , पढ़ आयें ग़म की कब्र पे; फ़िर कभी न अश्क़ से हम, यों मोहब्बत को भिगोएँगे। रोष उनमें था बहुत , और दोष हममें कम न […]

हम तो काँटा हैं मोहब्बत का छला क्या करते ?

December 29, 2018 0

जगन्नाथ शुक्ल…✍(प्रयागराज) हम तो काँटा हैं मोहब्बत का छला क्या करते? गुल  ही  नादाँ  है  भँवरे  से  गिला क्या करते?हम  तो  हर हाल में  शाखों  से जुड़े रहते हैं; दिल   के  तूफ़ाँ   में  मुला   क्या  […]