चिन्तन- जो पढ़े सो मूरख, न पढ़े महामूरख
अनन्तगामी हो चुके भारत के व्यतीत राष्ट्रपति अबुल पाकिर जैनुलआब्दीन साहब का एक विचार रेडियो समाचारों के ठीक पहले सुनता हूँ- “ यदि लोग मुझे अच्छे शिक्षक के रूप में याद रखेंगे तो मेरे लिए […]
अनन्तगामी हो चुके भारत के व्यतीत राष्ट्रपति अबुल पाकिर जैनुलआब्दीन साहब का एक विचार रेडियो समाचारों के ठीक पहले सुनता हूँ- “ यदि लोग मुझे अच्छे शिक्षक के रूप में याद रखेंगे तो मेरे लिए […]