लघुत्व (लघुता) से ‘प्रभुत्व’ (प्रभुता) की ओर बढ़ें!

November 20, 2018 0

 डॉ० पृथ्वीनाथ पाण्डेय किसी भी विषय में किसी के साथ ‘लिपिर-लिपिर’ नहीं की जाती है। सहजतापूर्वक जब तक पारस्परिक सहमति बनी रहे तब तक एक-दूसरे के साथ ईमानदारी और निष्ठापूर्वक चलते रहना चाहिए; विपरीत स्थिति […]