मनकामेश्वर मंदिर में मनाया गया शिक्षक दिवस

  • महंत देव्यागिरी ने किया, मठ मे स्थित मूर्तिमान, गुरुदेव पूजन
    -मिलते नही है भगवान, गुरु के बिना,
    चाहे हो आओ चारो धाम
  • “पोथी पढ़ि-पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय ।
    ढाई आखर पेम का, पढ़़ेसो पंडित होय” का हुआ गायन ।

लखनऊ : डालीगंज के प्रतिष्ठित मनकामेश्वर मठ मंदिर परिसर में शनिवार को शिक्षक दिवस मनाया गया। इसमें परंपरा के अनुसार डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की मूर्ति का विधि-विधान से पूजन किया गया। मठ-मंदिर की महंत देव्यागिरी ने कहा कि मोक्ष के लिए गुरु बनाना ही पड़ता है। शिक्षा के महत्त्व रेखांकित करते हुए अध्ययन के लिए प्रेरित भी किया।

मठ-मंदिर परिसर में सुंदर रंगोली बनी इस अवसर पर महंत देव्यागिरि ने मन्दिर मे विराजमान गुरुवो का पूजन कर समाज की संस्कृत शिक्षा प्रणालीबद्ध के लिए प्रार्थना की।

इस अवसर पर नैना गिरि, कल्याणी गिरी, गौरजा गिरी, रूपा रीतू, मंजू, कोमल,किरन कपूर, शालनी ,सुनीता मालती ,कमलेश रेनू, खुशी ने शनिवार को, भजनो द्वारा गुरु स्तुति कर भोग तैयार कर पूजन-अर्चन किया । महन्त जी को सब ने मिलकर मीराबाई की मूर्ति भेंट की । महंत देव्यागिरी ने बताया कि भाषा का संरक्षण-संवर्धन आवश्यक है।