गन्दगी और अव्यवस्था से कराहता बिहार की राजधानी पटना का बस स्टैंड

मणि सत्यनारायण तिवारी –


दोस्तों देखिए ये है हमारे बिहार की राजधानी पटना का बस स्टैंड, सफाई दिख ही रही होगी ? पीने का पानी भी कैसे साफ जगह है दिख ही रहा होगा ? इस पानी को आप अपने टॉयलेट में भी प्रयोग करने से डरेंगे कि कहीं बवासीर न हो जाए और हमारे गरीब लोग जो बिसलरी नहीं खरीद सकते इसी को पीते हैं । हमारे मुख्यमंत्री को सुशासन बाबू के नाम से जाना जाता है न ,ना सही लिखा हूँ दुःशासन नहीं सुशासन । लेकिन सुशासन है कहाँ ? रोड की बात करें तो अब पूरी बिहार की सड़के गड्ढों के अंदर बनी है ,राजधानी के बस स्टैंड की सफाई आप देख ही रहे हैं और रेलवे स्टेशन से यहाँ तक आने में सड़क पर 3 फ़ीट गहरा और 150 मीटर लंबा तलाबनुमा जल भराव को पार करना पड़ता है ।शिक्षा के क्षेत्र में बोर्ड एग्जाम तक नहीं करा पाती है बिहार सरकार | पिछले कई सालों से किसी नौकरी के लिए कोई परीक्षा नहीं हुआ बिहार में जो सफल हुआ हो मालूम ही होगा बिहार ssc कराने का 3 बार असफल प्रयास कर चुकी है बिहार सरकार पर वह सेटर लोगों के व्यूह को तोड़ने में असफल रही ।BPSC में 2 साल पहले हुए परीक्षा का आजतक रिजल्ट नहीं आया ।सार्वजानिक वितरण प्रणाली में आधे से ज्यादा लोगों को राशनकार्ड ही नहीं मिला कई सालों से तब सस्ते अनाज की क्या ही बात करें ? किसी भी सरकारी स्कूल और कॉलेज में सभी विषय के क्लास नहीं चलते मेरे गांव का कॉलेज और स्कुल में तो मुझे लगता है कई सालों से कोई विषय का सिलेबस खत्म ही नहीं हुआ होगा । महिला अत्याचार और दहेज़ हत्या में भी हमारा प्रदेश पूरे देश में अच्छा नाम रखता है , कल ही स्वामी जी ने बताया कि हॉस्पिटल के कई डॉक्टर सरकारी दावा ब्लैक में बेचते पकडे गए किसी ईमानदार पत्रकार ने उजागर किया मामला तो आजकल वो सब किसी मंत्री की शरण में जाकर बचे हैं वैसे इन सब नए जानकारी की क्या जरुरत ? यहाँ के डॉक्टर के चरित्र को यहाँ का यूट्रस कांड भी उजागर कर ही देता है और सरकार से उनकी मिली भगत को उन दोषी राक्षस डॉक्टरों का बेदाग बरी होना बताता है । पर्यावरण के बारे में तो यहाँ सरकार समेत किसी को सोचने तक का समय नहीं तभी तो जहाँ पूरे भारत में पेट्रोल गाडी को बंद कर अब CNG चलाया जा रहा है वहीं मेरे राजधानी पटना तक में आपको डीजल नहीं किरोसीन तेल से चलने वाली टेम्पो भी PMCH -गाय घाट रोड पर दिखेगी ।यहाँ पुलिस से बेहतर सुरक्षा आपको यहाँ के गुंडे दे सकते हैं अगर आप उनको समय पर हफ्ता देते हैं तो,अरे पुलिस चूहों से अपने शराब को तो बचा नहीं पाती आपको गुंडों से क्या बचाएगी ? मित्रों इतने के बाद अब एक बात समझ में नहीं आ रही हमारे यहाँ जब सब ऐसे ही चलना है तो यहाँ विधानसभा ,विधानपरिषद ,मुख्यमंत्री ,मंत्री सब की क्या जरुरत, ओ ओ नहीं शराब बंदी के लिए भी नहीं, पूरी तरह से फेल है शराब बंदी, हर शहर ,हर गांव ,हर चौराहे पर मिल जाएगा अभी भी आपको देशी -विदेशी दोनों । बस फर्क इतना है कि अब सरकार को टैक्स नहीं मिलता और थोड़ा मंहगा हो गया है ।हमारे मुख्यमंत्री बस राज्यसभा , राष्ट्रपति ,उपराष्ट्रपति चुनाव कराते हैं और रोज अपनी सरकार बनाते-गिराते हैं । हमारे बिहार का विकास हमारे विवेक की तरह ही शुन्य है । रुको-रुको मैं गलती से इतना लिख गया अभी-अभी पता चला कि जिस मंत्री को बस स्टेंड ठीक रखने की जिम्मेदारी मिली है वो हमारे जात का है फिर मैं कैसे लिख गया उसके खिलाफ ? मैं अब अपने शब्द वापस लेता हूँ ।