आम आदमी और बैंक : बैंक की लाइन में घुटता आम आदमी

राम जी मिश्र (महोली, सीतापुर)-


मैं महोली स्टेट बैंक गया। लंबी लाइन लगी थी मैं भी अपनी खाता किताब लेकर लाइन में लग गया। इस बैंक से लोग बहुत त्रस्त हैं। मैंने मामला खुद देखने का फैसला किया। लोगों की पीड़ा खुद सहन करने का फैसला लिया। बैंक में मैं लाइन में लगे लगे घण्टों बाद कैश काउंटर तक पहुंचा जबकि बहुत से लोग बैंक मैनेजर अशोक कुशवाहा की मदद से कैशियर शिवप्रकाश तिवारी से साइड से पैसा लेकर जाते रहे। बीच बीच कैशियर लाइन वालों से कह देता अब घर जाओ तुम सब सर्वर डाउन है इस पर बैंक मैनेजर वहाँ घूमने आता और लाइन वालों को बिना रहम देखता खीसे निकालता और चलते पड़ता। मैंने पड़ताल के लिए अपने खाते से कुछ महीने कैश वाउचर से पैसे निकाले जिसके लिए मुझे घण्टों बर्बाद करने पड़े। साथ साल से ऊपर के लोग या महिलाएं विशेष परेशान देखी मैंने।

आखिर मैने इसमें सुधार का फैसला किया। लाइन में लगा और किनारे से पैसा लेन देन का विरोध किया सबसे पहले यहाँ तैनात गार्ड से कहा तो वो गार्ड बैंक की लिखापढ़ी में व्यस्त रहा जब्कि उसका काम गार्डी है। उसने मुझे घूरा और कहा खुद देख लो हम क्या करें। मैं मैनेजर के पास गया तो वो बोले अरे यार तुम खुद लाइन में रहना बस बाकी ज्यादा मत देखो। मैं लाइन में लग गया अब एक महोदय जानकर बीच मे लग गए और बैंक मैनेजर के शह पर बैंक के अंदर ही झगड़े पर तैयार हो गए। मुझे कैश देने के लिये चार घण्टे से अधिक समय खड़े रखा गया। शिकायत करके व्यवस्था सुधारने के लिए दंड स्वरूप पेन बदलवाकर कई साइन करवाये गए। इसके बाद मैं बैंक मैनेजर के पास फिर गया। मैने उनसे बताया कि इससे पहले मेरे एक आर्टिकल की कुछ डालर की चेक का कोई अता पता इसी बैंक में नही चला। मैं समझूंगा एक आर्टिकल नही लिखा इसलिए छोड़ दिया हजार पंद्रह सौ रुपये लेकिन मैं यह देख रहा हूँ कि आम व्यक्ति अगर आपकी अव्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाये तो अव्यवस्था नही सही होगी लेकिन व्यक्ति दुबारा मुह न खोले इसके लिए खूब परेशान कर दोगे। मैनेजर मौन थे मैने उन्हें परिचय दिया तो वह बोले इसके लिए पुलिस जिम्मेदार है और स्वयं कस्टमर जो आम पब्लिक है वह जिम्मेदार है। इधर महोली कोतवाल ने पुलिस के जिम्मेदार होने की बात खारिज करते हुए कहा कि अगर बैंक कर्मी ही दायें बाएं से लेन देन करेगा तो पुलिस को बैंक के कार्यों में हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नही है। फिलहाल मामले को भारत सरकार ने स्वीकार करते हुए स्टेट बैंक के जनरल मैनेजर को कार्यवाही हेतु प्रकरण भेजा है। उक्त प्रकरण से महोली स्टेट बैंक में हड़कम्प मचा हुआ है। इधर बैंक के द्वारा मुझसे मामला रुकवाने के लिए सम्पर्क का तेज प्रयास किया जा रहा है। उक्त प्रकरण को भारत सरकार ने तत्काल स्वीकार करते हुए गंभीरता से कार्यवाही शुरू की इसके लिए भारत सरकार के अधिकारियों को जय हिंद। यह मामला 14 अगस्त को देर शाम स्वीकार करते हुए 15 अगस्त को स्टेट बैंक के CGM S S Gupta को भेजा गया। उक्त प्रकरण पर अब वहीं आगे की कार्यवाही करेंगे। फिलहाल बैंक में आम आदमी को कितना राहत मिलेगी यह देखने वाली बात होगी