अंतरिक्ष और उच्च तकनीक में भारत और फ्रांस के द्विपक्षीय सहयोग का इतिहास बहुत लम्बा

आज प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति मेक्रों International Solar Alliance की Founding Conference की सह-अध्यक्षता करेंगे । भारतीय प्रधानमन्त्री ने का कि Planet Earth के भविष्य की खातिर, हम सभी International Solar Alliance की सफ़लता के लिए प्रतिबद्ध हैं । इसलिए, आज हमने दो महत्वपूर्ण समझौते किये हैं, एक समझौता एक दूसरे की शिक्षा योग्यताओं को मान्यता देने का है, और दूसरा हमारी migration and mobility partnership का है । ये दोनों समझौते हमारे देशवासियों के व हमारे युवाओं के बीच क़रीबी संबंधों का framework तैयार करेंगे ।

प्रधानमन्त्री श्री मोदी ने कहा कि हम मानते हैं कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों के उज्जवल भविष्य के लिए सबसे महत्वपूर्ण आयाम है हमारे व्यक्ति से व्यक्ति के संबंध । हम चाहते हैं कि हमारे युवा एक दूसरे के देश को जानें, एक दूसरे के देश को देखें, समझें, काम करें, ताकि हमारे संबंधों के लिए हज़ारों राजदूत तैयार हों । श्री मोदी ने कहा आज हमारी सेनाओं के बीच reciprocal logistics support के समझौते को मैं हमारे घनिष्ठ रक्षा सहयोग के इतिहास में एक स्वर्णिम क़दम मानता हूँ । रक्षा, सुरक्षा, अंतरिक्ष और उच्च तकनीक में भारत और फ्रांस के द्विपक्षीय सहयोग का इतिहास बहुत लम्बा है । दोनों देशों में द्विपक्षीय संबंधों के बारे में bipartisan सहमति है । सरकार किसी की भी हो, हमारे संबंधों का ग्राफ़ सिर्फ़ और सिर्फ़ ऊँचा ही जाता है । यह संयोग मात्र नहीं है कि Liberty, Equality, Fraternity की गूंज फ्रांस में ही नहीं, भारत के संविधान में भी दर्ज हैं । हमारे दोनों देशों के समाज इन मूल्यों की नींव पर खड़े हैं ।