विश्व शौचालय दिवस पर खुले में शौच जाने से हुई मौत की घटना से खुली सरकार के दावों की पोल

० शौच गए किसान की तालाब में डूबकर हुई मौत

दीपक कुमार श्रीवास्तव-

जनपद हरदोई की कोतवाली कछौना क्षेत्र के ग्राम गौहानी में मंगलवार दोपहर शौच के लिए गया किसान पैर फिसलने से तालाब में डूब गया । चीख-पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीण तैराकों की मदद से उसे बाहर निकाला गया, मगर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना से पीड़ित परिवार में कोहराम मच गया । हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया।

विकासखंड कछौना की ग्रामसभा गौहानी निवासी किसान रामविलास चौरसिया (59 वर्ष) पुत्र पुन्नी मंगलवार की दोपहर गांव के बाहर स्थित तालाब के किनारे शौच हेतु गया था । इस दौरान अचानक पैर फिसलने से वह तालाब में डूब गया । बचाओ-बचाओ की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे । लेकिन तालाब गहरा होने के कारण तालाब में घुसने की हिम्मत नहीं जुटा पाए । बाद में परिजनों के आने पर ग्रामीण तैराकों द्वारा तालाब में घुसकर करीब एक घंटे की काफी मशक्कत के बाद किसान को बाहर निकाला गया । मगर तब तक किसान की मौत हो चुकी थी । सूचना पर पहुंची कोतवाली कछौना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा करते हुए पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया । इस हादसे से मृतक किसान के परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है और परिजनों के आंसू नहीं थम रहे हैं । वहीं प्रशासन द्वारा मृतक किसान के परिवार को कृषक दुर्घटना बीमा के तहत आर्थिक सहायता दिलाए जाने का आश्वासन दिया गया है ।

मृतक किसान के परिवार को नहीं मिला था शौचालय का लाभ

सरकार द्वारा जहां एक ओर स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के शौचालय विहीन परिवारों को शौचालय निर्माण हेतु आर्थिक सहायता दिए जाने के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं और खुले में शौच न जाने के लिए लोगों को जागरूक व प्रेरित करने हेतु लाखों करोड़ों रुपए प्रचार-प्रसार में खर्च किए जा रहे हैं ।

हरदोई जिला प्रशासन द्वारा विकासखंड कछौना के कई गांवों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) भी घोषित कर दिया गया है वहीं दूसरी ओर मंगलवार को विश्व शौचालय दिवस पर शौचालय के अभाव में खुले में शौच जाने से हुई किसान की मौत की घटना ने सरकार के दावों के साथ-साथ जिला प्रशासन की पोल खोल कर रख दी है । गांव के लोगों में यह चर्चा है कि यदि किसान को शौचालय का लाभ मिला होता तो वह खुले में शौच जाने के लिए मजबूर न होता और शायद आज वह हम सबके बीच में जीवित होता । इस संबंध में जब ग्राम सभा के ग्राम पंचायत अधिकारी उज्जवल यादव से बात की गई तो उन्होंने दारू के पल्ला झाड़ते हुए बताया कि उन्हें कुछ दिनों पहले ही ग्रामसभा का चार्ज मिला है, वहीं ग्राम प्रधान सुधीर कुमार ने बताया कि मृतक किसान के परिवार को शौचालय का लाभ दिए जाने हेतु नाम प्रस्तावित है ।