गौसगंज में कुछ दुकानदार तम्बाकू उत्पादों की धड़ल्ले से कालाबाजारी कर रहे है । जानकारी होने पर अवधलोक पत्रिका व भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के पत्रकार श्याम कुमार तिवारी ने जब गौसगंज बाजार में स्थित दुकानदार चांद मियां से जमाखोरी व कालाबाजारी के विषय मे पूछा तो व्यापारी चांद मियां भड़क गये और अनेक अनुचित बातें कही ।
मालूम हो कि कोरोना के चलते लॉकडाउन की स्थिति चल रही है और इसे देखते हुए व्यापारी जमाखोरी व कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं । मनमाने दामों पर उत्पाद बेचने को लेकर प्रशासन पहले ही सख्त है लेकिन जमाखोरों के हौसले बुलंद हैं । गुटखा व अन्य तम्बाकू उत्पादों की कालाबाजारी चरम पर है । इसी को लेकर गौसगंज में एक दुकानदार चांद मियाँ से पत्रकार का उस समय विवाद हो गया जब वह इसके बारे मे जानकारी करने गया था ।
पहले तो पत्रकार श्याम कुमार तिवारी ने उससे गुटखा, तम्बाकू व बिस्कुट खरीदा । जब दूकानदार ने इन चीजों के करीब डेढ़ गुने पैसे लिए तो पत्रका उससे पूछताछ करने लगा । पत्रकार के इस प्रकार पूछने पर उसने पत्रकारों को ही चोर कहना शुरू कर दिया । पत्रकार बिरादरी को कफ़नचोर कहते हुए बीस रूपये में बिकने वाला दलाल कहा । जब पत्रकार ने कहा कि इसकी शिकायत पुलिस से करेंगे तो सारी मर्यादाएं पार कर अपशब्द कहते हुए कहा कि जाओ जो करा पाना करा लेना ।
मामूली सी पूछताछ ने थोड़ी ही देर में साम्प्रदायिक रूप ले लिया और बात हिन्दू, मुसलमान पर आ गयी । कुछ स्थानीय लोग ने मामले को सुलझाने का प्रयास किया लेकिन दूकानदार अमर्यादित आचरण पर उतर आया । स्थानीय लोग ने पत्रकार से यह कहते हुए वहाँ से चले जाने को कहा कि जाओ तुम इनका यहाँ बहुमत है लफ़ड़ा हो सकता है । चांद मियाँ ने पत्रकार को धमकी देते हुए कहा कि कोई कार्रवाई हुई तो हम घर से उठवा लेंगे । पत्रकार ने ऐस मामले में जनसुनवाई के माध्यम से शिकायत दर्ज करा दी है । पत्रकारों पर आए दिन इस तरह के हमले अति निन्दनीय हैं ।