तीन दिवसीय जनपद स्तरीय अन्त्योदय मेला एवं प्रदर्शनी का जिलाधिकारी ने किया भव्यता के साथ समापन

समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के उदय का विकास का वर्तमान सरकार का संकल्प जिलाधिकारी

         पं0दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर गांधी भवन मेे चल रहे जनपद स्तरीय तीन दिवसीय अन्त्योदय मेला एवं प्रदर्शनी के अन्तिम दिवस भव्यता के साथ समापन समारोह आयोजित किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुये जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने कहा कि वर्तमान सरकार समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के उदय के विकास के लिये कृत संकल्पित है तथा इस संकल्प के दृष्टिगत वर्तमान सरकार ने गरीबों तथा किसानों के लिये अनेक कल्याणकारी योजनायें संचालित की है। उन्होने कहा कि पं0दीनदयाल जी के अन्त्योदय का सिद्धांत अनुकरणीय है। पंडित जी के सिद्धातों को सार्थक बनाने हेतु सरकार ने समाज के सभी वर्गों के लिये बिना किसी भेदभाव के योजनायें संचालित की हैं और इस अन्त्योदय मेला एवं प्रदर्शनी में सरकार की नीतियों तथा पंडित जी के सिद्धातों को जन-जन तक पहुंचाने का जिला प्रशासन एवं सूचना विभाग की ओर से सफल प्रयास किया गया है।
उन्होने कहा कि पं0दीनदयाल उपाध्याय जी का जीवन संघर्षों में बीता लेकिन उन्होने जो आदर्श प्रस्तुत किये वह हम सभी के लिये अनुकरणीय है। जिलाधिकारी ने कहा कि पं0दीनदयाल उपाध्याय एकात्मवाद के प्रणेयता के थे। उनकी एकात्म मानववाद की प्रगतिशील विचारधारा आज की प्रस्तुतियों मे भी उतनी ही प्रांसगिक है जितनी पहले थी। पं0दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय के पक्षधर थे तथा उनका विचार था कि समाज के गरीब, वंचित, असहाय तबके के लोगों का विकास किया जाये। अपनी आर्थिक नीति में पं0दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि हमारा देश आर्थिक रूप से तभी आत्मनिर्भर होगा जब स्वदेशी वस्तुओं का निर्माण और उपयोग करेगें। दीनदयाल जी ने अपने जीवन दर्शन से राष्ट्र को एक नई दिशा दी जिससे हम सभी को सीख लेते हुये उनके जीवन मूल्यों एवं सिद्धातों का अनुश्रवण करना चाहिये। यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्र्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर उन्होने सफल मेना एवं प्रदर्शनी के आयोजन के लिये सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग हरदोई के समस्त कार्मिकों एवं इसमे लगे अन्य समस्त सहयोगियों के प्रति आभार प्रकट किया।
अपर जिलाधिकारी डा0 विपिन कुमार मिश्र ने समापन समारोह के अवसर पर कहा कि वर्तमान सरकार की नीति सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत पर आधारित है तथा प्रदेश सरकार गरीबों और वंचितों को न्याय दिलाते हुये कृत संकल्पित है। उन्होने कहा कि पं0दीनदयाल उपाध्याय एकात्मवाद एवं अन्त्योदय के पक्षधर थे तथा उनका विचार था कि जब गरीब को न्याय और विकास की किरन दिखाई और उसे रोजी रोटी और कपड़ा और मकान की कमी नही होगी तो निश्चय ही समाज और राष्ट्र का विकास होगा।
पं0दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय अन्त्योदय मेला एवं प्रदर्शनी के समापन अवसर पर अपर जिला सूचना अधिकारी महेन्द्र कुमार ने मेला एवं प्रदर्शनी की सफलता पर जिलाधिकारी, अपर जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी एवं नगर मजिस्ट्रेट सहित प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले लोगों के प्रति आभार प्रकट किया ।
उन्होने कहा कि सहायक निदेशक सूचना के निर्देशन में आयोजित कार्यक्रम की इस सफलता की कड़ी में सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के प्रदीप कुमार, रामप्रकाश वर्मा, मुर्शरफ खां व सुरेश भारती, पूजा वर्मा व रविन्द्र मोहन के अभूतपूर्व योगदान को किसी भी कीमत पर नकारा नही जा सकता है । जनपद के 19 विकास खण्डों मे तीन दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन कर शासन की मंशा के अनुरूप जन-जन तक जागरूकता पहुंचाने मे इनकी विशेष कर्मठता रही है। अभूतपूर्व रैली के सफल आयोजन मे जिला विद्यालय निरीक्षक, बेसिक शिक्षा अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी व पुलिस अधीक्षक के  दिशा-निर्देशों व आपार सहयोग ने एक परिवार के रूप में जो कार्य किया उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाये वो कम है।
अपर जिला सूचना अधिकारी ने कहा कि हमारी योजना मात्र 40 स्टाल लगाने की थी। वर्षा व विषम परिस्थितियों के पश्चात् भी विभिन्न विभागों तथा स्वयंसेवी संस्थाओं का उत्साह कम नही हुआ बल्कि अन्तिम चरण मे हमारे उच्चाधिकारियों के त्वरित निर्णय की कार्यशैली के चलते 75 स्टालों को स्थापित किया गया। इस सफल आयोजन को संपादित करने व जन-जन तक शासन की आवाज पहंुचाने मे अहम भूमिका निभाने वाले प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रयास के बिना अधूरे है। इस सफल आयोजन की कड़ी में सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग उ0प्र0 से पंजीकृत सांस्कृतिक दलों का भी सहयोग स्मरणीय है जिन्होने अपने सफल प्रदर्शन से अपनी कला का लोहा मनवाया।
उन्होने कहा कि जनपद व स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों ने इस प्रदर्शनी को जो अपना असीम प्यार और स्नेह दिया वो किसी से भी छिपा नही है। मेला मे रूचिकर व सभी को इस गंाधी भवन की ओर आकर्षित करने तथा उन्हे बैठे रहने को विवश करने का कार्य गैर जनपद लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर, शाहजहांपुर से आये कलाकार जो कि 03 वर्ष से 20 वर्ष के प्रतियोगियों ने अपने हुनर का जो जलवा बिखेरा है चाहकर भी नागरिक व प्रशासनिक अधिकारीगण वहां से नही जा सके। आकलन व आशा से कई गुना अधिक दर्शकों की उपस्थिति को दृष्टिगत विवेकशील पुलिस अधीक्षक ने तत्काल निर्णय लेते हुये पी0ए0सी0 के साथ महिला पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था की।
अन्त्योदय मेला एवं प्रदर्शनी मे नाश्ता, भोजन तथा पानी की व्यवस्था बिना किसी विघ्न बाधा के सफलतापूर्वक वितरण मे वीरेश श्रीवास्तव तथा इनकी टीम ने इस चुनौति को सफलतापूर्वक स्वीकार कर इसका वितरण सुनिश्चित किया। पं0दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के इस सफल आयोजन की कड़ी अधूरी है जब तक हम इनकी मेहनत व वाक पटुता को न याद किया जाये। यह सफलता अधूरी सी प्रतीत होती है। कु0आलोकिता श्रीवास्तव, मनीष मिश्रा, कुलदीप द्विवेदी के अतिरिक्त अतुल कपूर जिनके कुशल संचालन के कारण ही पूरा कार्यक्रम को एक माला के रूप में पिरोया जा सका।
सांस्कृतिक गतिविधियों के लिये कलाकारों की उपलब्धता व तीन दिनों तक अपने घर से बाहर यहां रहना व उनकी उपलब्धता को बरकराकर रखने में अंजाना ब्राडकास्टर्स प्रा0लि0लखनऊ का यह कार्य सराहनीय था जिसे इरशाद अहमद खान व राकेश श्रीवास्तव निदेशक बंधुओं ने खूबसूरत तरीके से संपादित किया। विपरीत परिस्थितियों मे अल्प समय मंे जिस गांधी भवन व मैदान को खूबसूरती प्रदान करने में प्रेम शुक्ला का सहयोग रहा वह अतुलनीय है।
अपर जिला सूचना अधिकारी ने इस कार्यक्रम की सफलता व इसको बुलन्दियों तक पहुंचाने का कार्य किया। इस हेतु आलोक श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, भरत पाण्डेय का योगदान व शासन प्रशासन के मध्य महत्वपूर्ण भूमिका में सदैव तत्पर रहे। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी डा0विपिन कुमार मिश्र, सहायक निदेशक सूचना कुमकुम शर्मा आदि मौजूद रहे।