● आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय
ऑस्ट्रेलिया की धरती पर आयोजित किये गये हमने महिला-एकल-स्पर्द्धा और पुरुष-एकल-स्पर्द्धा मे जिस तरह का रोमांच देखा; प्रजिगीषा (जीतने की प्रबल इच्छा) को देखा, वह वास्तव में, आह्लादकारी था और रोमांच से भरपूर भी।
कल (२८ जनवरी) दो परिपक्व महिला खिलाड़ियों :– बेला रूस की २४ वर्षीया अरीना सबालेंका और कज़ाकिस्तान (कज़ाख़स्तान) की २३ वर्षीया एलेना रायबाकिना के मध्य खेली गयी ऑस्ट्रेलियन ओपेन टेनिस-प्रतियोगिता की एकल-स्पर्द्धा देखते ही बन रही थी। स्पर्द्धा के प्रथम चक्र मे राबाकिना ने सबालेंका की एक नहीं चलने दी थी; परन्तु बाद के चक्रों मे वे अपनी गति और फोरहैण्ड, बैकहैण्ड शॉट मे एकरूपता नहीं बना सकी थीं, यद्यपि उन्होंने सबालेंका को नाको चने चबवा दिया था। अन्तत: एक लम्बी अवधि तक चली हुई स्पर्द्धा मे सबालेंका ने रायबाकिना को ४-६, ६-३ तथा ६-४ से पराजित कर, महिला-एकल स्पर्द्धा का फ़ाइनल जीतते हुए, ट्रॉफ़ी पर अपना अधिकार कर लिया। बेशक, विजेता-ट्रॉफ़ी सबालेंका ने जीती थी, जबकि रायबाकिना ने सभी का हृदय जीत लिया था।
आज (२९ जनवरी) के पुरुष-एकल-स्पर्द्धा का फ़ाइनल भी अत्यन्त रोचक और संघर्षपूर्ण था, जहाँ सर्बिया के ३५ वर्षीय नोवोक जोकोविच और ग्रीस के स्टेफ़ानोस सिटसिपास खेल रहे थे। पुरुषों का यह सेट भी बहुत लम्बा खींच गया था। सिटसिपास ने जोकोविच को आसानी से फ़ाइनल नहीं जीतने दिया था; लेकिन अन्त मे जोकोविच का अनुभव काम आया। आख़िरकार, जोकोविच ने सिटसिपास को ६-३, ७-६, ७-६ से पराजित कर, पुरुषों की एकल-चैम्पियनशिप जीत ली थी। सिटसिपास ने दर्शकों का दिल जीता था।
यह जोकोविच का २२ वाँ ग्रैण्ड स्लैम था, जो कि राफ़ेल नडाल के सर्वाधिक २२ ग्रैण्ड स्लैम के बराबर है। उनकी यह ऑस्ट्रेलियन ओपेन एकल-स्पर्द्धा की १०वीं उपाधि/ख़िताब/टाइटिल थी। सिटसिपास अब तक दो बार ऑस्ट्रेलियन एकल-चैम्पियनशिप जीत चुके हैं। वर्ष २०१९ के फ़ाइनल मे सिटसिपास ने जोकोविच को ही पराजित कर, चैम्पियनशिप जीती थी।
उल्लेखनीय है कि किसी ग्रैण्ड स्लैम के फ़ाइनल मे सबालेंका और रायबाकिना पहली बार आमने-सामने थीं।
(सर्वाधिकार सुरक्षित― आचार्य पं० पृथ्वीनाथ पाण्डेय, प्रयागराज; २९ जनवरी, २०२३ ईसवी।)