सीबीआई ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम केपुत्र कार्ति के परिसरों पर आज छापों के दौरान हार्ड डिस्क, ई-मेल और अन्य दस्तावेज बरामद किए। नई दिल्ली में मीडिया को इसकी जानकारी देते हुए सी बी आई के संयुक्त निदेशक वी विनायक ने कहा कि ये वस्तुएं अपराध से जुड़ी हुई है और इनकी जांच की जा रही है। श्री विनायक ने कहा कि सीबीआई जांच के लिए एक निर्धारित प्रक्रिया अपनाती है और सामने आने वाले मामलों की जांच की जाती है। उन्होंने बताया कि एजेंसी ने कल मामला दर्ज किया था और आज चेन्नई, मुम्बई, दिल्ली और गुरूग्राम में 14 ठिकानों की तलाशी ली। इस मामले में आरोप है कि 2007 में आई एन एक्स मीडिया कम्पनी को विदेशी निवेश को मंजूरी देने के बदले में कथित रूप से लाभ पहुंचाया गया है।
श्री चिदम्बरम के निवास पर सी बी आई छापों की चर्चा करते हुए कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि भाजपा के डी एन ए में है और इन छापों के पीछे साफतौर पर राजनीतिक बदले की भावना दिख रही है। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदम्बरम के इन आरोपों को खारिज कर दिया है कि सरकार के बारे में उनके आलोचनात्मक विचारों के कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। आज नई दिल्ली में भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मुद्दा यह है कि विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड से लाभ लेने वालों ने श्री चिदम्बरम के पुत्र की कम्पनी को पैसे क्यों दिए। इधर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदम्बरम ने कहा कि यूपीए सरकार में इनके वित्तमंत्री होने की अवधि में उन पर ऐसा कोई आरोप नहीं लगा था कि उन्होंने विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड को अनुमति दी थी।