विजय कुमार-
हमारे यहाँ नगर पचायत में पिछले चार पाँच वर्षों के दौरान करोड़ों की लूट हुई है । सारे सबूत और जानकारी होते हुए भी प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय में जन सुनवाई पोर्टल के माध्यम से व मुख्यमंत्री जी को भी व्यक्तिगत मेल भेजकर कई लोगों व पत्रकारों ने कई बार शिकायतें भेजीं, वहाँ से कई बार जाँच भी आई, परन्तु कई करोड़ रूपये लूटने वाले व्यक्ति ने बार बार स्थानीय अधिकारियों के मुँह मे पैसे ठूँसठूँस कर झूठी आख्याएँ भेजवाकर मामलों को बंद करवा दिया । एक दिन तो जिलाधिकारी कौशाम्बी मनीष कुमार वर्मा भी आए और सरकारी पैसे से विकसित कराए गये मोक्षधाम का स्वयं निरीक्षण भी किया और पत्रकारों के सामने माना कि एक करोड़ बारह लाख की लागत से विकसित इस मोक्षधाम में पचास प्रतिशत भी धन खर्च नहीं किया गया और ईं.ओ. अजुहा सुश्री अंजनी मिश्रा को कड़ी फटकार लगाते हुए सभी कार्ययोजनाओं की डिटेल तैयार करके प्रस्तुत करने को कहा । लेकिन दस दिन से भी ज्यादा बीत जाने के बाद भी अभी तक कुछ नहीं हो पाया । अझुवा नगर पंचायत में पिछले चार वर्षों मे सरकारी रुपयों की लूट का एक खेल सा खेला गया है । इसी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर मुझे और मेरे परिवार के सदस्यों को कई बार धमकाया गया । मामलों से हट जाने व मतलब न रखने की धमकी भी यहाँ की नगर पंचायत अध्यक्षा के पति व सपा नेता और उनके पुत्रों ने दी है । ये लोग इस वर्ष मेरे लगभग पाँच बीघे खेत में खड़ी धान की फसल को पूरी तरह बर्बाद करवाने में तुले हैं । हालांकि उनके द्वारा नुकसान पिछले दो दशकों से ज्यादा समय से करवाया जा रहा है । उस क्षेत्र के सभी किसान इन लोगों से त्रस्त और पस्त हो गये हैं । लेकिन इन लोगों के अन्याय में किसानों का साथ देने कोई नहीं आता, बल्कि वोट के लालच में पीठ पीछे नेता संरक्षण देते हैं और उनका बचाव करवाते हैं । स्थानीय चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इसलिए भी उनका तुष्टिकरण और बढ़ गया है । उन्हें खर्च पानी और शराब आदि भी बीच बीच देते रहते हैं। |