
हम निकट भविष्य मे ‘प्रयागराज’ मे विद्यार्थी, शिक्षक, साहित्यकार, कवि-कवयित्री तथा लेखक-वर्गों के लिए ‘उच्चारण’ और ‘लेखन’-स्तर पर एक कर्मशाला का आयोजन (लगभग ३ घण्टे तक) करेंगे, जो ‘सशुल्क’ रहेगा। सशुल्क इसलिए कि जब कोई भारतीय किसी आयोजन-हेतु दस रुपये भी देता है तब उस आयोजन के प्रति क्रियाशील रहता है। इस देश मे ‘निश्शुल्क’ ज्ञान-वितरण का ‘औसत भारतीय’ समादर नहीं करता। यह आयोजन किसी शिक्षणसंस्थान मे अथवा अन्यत्र भी किया जा सकता है।
उपर्युक्त आयोजन मे शुल्क का निर्धारण ऐसा रहेगा कि वह किसी पर ‘अतिरिक्त’ भार के रूप मे न दिखे। उसी शुल्क के अन्तर्गत सभी के लिए ‘स्वल्पाहार’ की भी व्यवस्था रहेगी। प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी से मात्र ₹ २५० (दो सौ पचास) लिये जायेंगे।
उक्त कर्मशाला मे न्यूनतम पच्चीस और अधिकतम दो सौ अभ्यर्थियों की सहभागिता रहेगी, जिसमे केवल प्रयागराज जनपद के अभ्यर्थी सम्मिलित हो सकते हैं।
उपयुक्त समय पर इसकी विधिवत् घोषणा की जायेगी।