स्वर्गीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सिद्धनाथ द्विवेदी की भूमि का पिलखनी दमगड़ा प्रधान नन्हेलाल ने अवैध रूप से कराया बैनामा?

अनुराग शरण :

बेहन्दर/हरदोई – तहसील संडीला क्षेत्र के अंतर्गत ग्रामसभा बेहन्दर कला में स्वर्गीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सिद्धनाथ द्विवेदी जी के द्वारा देश की आजादी में बहुत ही महत्त्वपूर्ण योगदान दिया गया लेकिन दबंगों ने उनकी ही भूमि को नहीं छोड़ा । क्रेता और विक्रेता दोनों ने आपस में सांठगांठ करके उनकी ही भूमि का अवैध रूप से बैनामा करा लिया और उस पर निर्माण कार्य भी प्रारंभ कर दिया। निर्माण कार्य होता देखकर सुरेंद्र कुमार द्विवेदी जो दिव्यांग हैं। बिना सहारे के चलने में असमर्थ है। जब जानकारी हुई तब उन्होंने न्यायालय की शरण ली और कासिमपुर थाना प्रभारी दीपक रघुवंशी को लिखित रूप से शिकायती पत्र देकर न्याय करने की गुहार लगाई ।

शिकायत में बताया कि अमरीश गुप्ता (उर्फ मुन्ना) पुत्र मनीराम गुप्ता बेहन्दर कला निवासी ने फूलमती पत्नी लक्ष्मन निवासी ग्राम मवई घनश्याम पोस्ट कांटा गुलजारपुर थाना बेहटा मुजावर तहसील बांगरमऊ के हाथों गुपचुप तरीके से बैनामा कर दिया है। क्रेता व उनके रिश्तेदार ग्राम प्रधान पिलखनी दमगड़ा नन्हे लाल के द्वारा स्वर्गीय सिद्धनाथ द्विवेदी पुत्र सुरेंद्र कुमार द्विवेदी की जमीन पर जबरदस्ती और अवैध रूप से कब्जा करने पर अमादा हो गए है। जैसा कि आप सभी ने कुछ दिनों पहले समाचार पत्रों के माध्यम से पढ़ा होगा । जिस भूमि पर प्रधान जी के द्वारा गेट रखा जा रहा था और मंदिर की भूमि पर निकास लेना चाह रहे थे । वह भूमि ही उनकी थी ही नहीं, वह भूमि तो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की पैतृक जमीन थी। जब पिलखनी प्रधान और उनके समर्थक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की ही भूमि को नहीं छोड़ रहे हैं । ऐसे में मंदिर की जमीन पर निकास लेना तो उनके लिए मामूली सी बात है ।

इससे तो यह सिद्ध होता है की प्रधान नन्हे लाल कितने दबंग किस्म के प्रधान हैं । उन्हें तो मुख्यमंत्री जी के द्वारा बनाया गया एंटी भू माफिया का भी डर नहीं रहा। इससे पूर्व मंदिर के संरक्षक और प्रधान प्रतिनिधि देवी शरण एवं बेहन्दर कला ग्राम प्रधान राजकुमार पर भी झूठा आरोप लगा रहे थे। उनके समर्थकों का तो यहां तक कहना है कि मंदिर की भूमि ही नहीं है इससे यही साबित होता है कि दबंग देवी शरण नहीं बल्कि पिलखनी दमगड़ा प्रधान नन्हे लाल है । अब देखना यह है कि उन पर कोई कार्रवाई होती भी है या केवल खानापूर्ति होती है यह तो आने वाले समय ही पता चलेगा।